रामनगरः उत्तराखंड में अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान है. रामनगर में भी बिजली की आंख मिचौली जारी है. जिसे लेकर कांग्रेसियों का पारा चढ़ गया. इतना ही नहीं पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेसी बारिश में तिरपाल ओढ़कर कर विद्युत कार्यालय में आ गरजे. जहां उन्होंने बिजली कटौती को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
दरअसल, पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत (Former MLA Ranjeet Singh Rawat) के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के कार्यालय कूच किया. भारी बारिश के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ता तिरपाल ओढ़कर विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंचे. उन्होंने बीजेपी सरकार, स्थानीय विधायक और सांसद समेत बिजली विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि ये मजबूरी और सब्र की इंतेहा है. किसानों के अभी तक धान नहीं लगे हैं. बोरिंग और ट्यूबवेल चलाने के लिए बिजली तक नहीं मिल रही है. इससे किसान काफी परेशान हैं. आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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रणजीत रावत का कहना है कि वो सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए यहां आए हैं. खासकर स्थानीय जनप्रतिनिधि जो अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं. जनता बिजली न होने से गर्मी का सामना कर रही है. जबकि, विधायक और सांसद कह रहे हैं कि कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि 20 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन आज राज्य में हो रहा है. 24 मिलियन यूनिट बिजली केंद्रीय पूल से मिल रही है. जबकि, करीब 52 मिलियन यूनिट का इस समय लोड है, जो इस समय अधिकतम लोड है. ऐसे में 7 से 8 मिलियन यूनिट बिजली के लिए कहा जा रहा है कि बिजली नहीं मिल रही है.
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रंजीत रावत ने कहा कि सरकार पैसा खर्च करे, क्योंकि बिजली कोई फ्री में तो आम जनमानस को नहीं मिल रही है. पैसा लेकर बिजली दी जा रही है. उनका आरोप है कि सस्ती बिजली लेकर महंगी बेची जा रही है. उन्होंने कहा कि यह पर्यटन प्रदेश है. पर्यटक आ रहे हैं, बिजली न होने की वजह से पर्यटन प्रभावित हो रहा है. ऐसे में जनरेटर चलाया जा रहा है, जिससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रही है. उन्होंने साफतौर पर कहा कि सरकार जल्द व्यवस्था ठीक करे. उन्होंने कहा कि बिजली की कमी उतनी नहीं है, जितना मैनेजमेंट की कमी दिखाई दे रही है.