नैनीतालः सरोवर नगरी नैनीताल में एक समान नागरिकता संहिता कानून के गठन को लेकर समिति की बैठक (Uniform Civil Code meeting in Nainital) का आयोजन किया गया. जिसमें नैनीताल के स्थानीय लोगों के साथ-साथ विभिन्न समुदाय के लोगों ने अपनी राय रखी. इसके आधार पर एक समान नागरिकता कानून यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (uniform civil code) तैयार किया जाएगा.
राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर गठित कमेटी ने नैनीताल राज्य अतिथि गृह में नागरिकों के साथ बैठक की. जिसमें विशेषज्ञ समिति की अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई, पूर्व न्यायाधीश प्रमोद कोहली, समाजसेवी मनु गौड़, उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह मौजूद रहे. बैठक में नैनीताल के स्थानीय लोगों के साथ-साथ तमाम संगठनों, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, सिख, मुस्लिम, ईसाई समुदाय के लोग भी मौजूद रहे. सभी ने एक्ट निर्माण को लेकर अपनी राय दी.
इस दौरान कमेटी की अध्यक्ष रंजना देसाई ने कहा कि समान नागरिक संहिता की वेबसाइट पर सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से अब तक 2 लाख से अधिक सुझाव कमेटी को मिले हैं. इन पर भी विचार किया जा रहा है. नैनीताल में आयोजित हुई बैठक के दौरान समिति ने विभिन्न समुदाय, जनप्रतिनिधियों के साथ विचार और सुझाव एकत्र किए.
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इन मुद्दों पर हुई चर्चाः बैठक के दौरान सभी धर्मों के लिए एक समान विवाह एक्ट, लड़के लड़की की शादी के लिए ग्रेजुएशन अनिवार्य, लिव इन रिलेशन पर कड़े कानून, महिला सुरक्षा पर कानून व महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुलझाने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की गई. बैठक में पंतनगर विश्वविद्यालय की छात्रा आकांक्षी ने कमेटी को राय दी कि लड़की की उम्र शादी के लिए 25 साल निर्धारित होनी चाहिए. ऐसे में लड़कियों को अपना करियर बनाने और पढ़ाई पूरी करने का मौका मिलेगा.