हल्द्वानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्किट हाउस काठगोदाम में कुमाऊं मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने विकास कार्यों और आपदा प्रबंधन के लिए की गई तैयारियों की जानकारी ली. साथ ही विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक लेते हुए कानून व्यवस्था समेत अन्य मामलों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए. सीएम धामी ने आला अधिकारियों से कुमाऊं मंडल में अब तक बरसात से हुए नुकसान की जानकारी लेते हुए 24 घंटे अलर्ट पर रहने को कहा. उन्होंने कहा कि कहीं पर भी मलबा आने से रास्ते बंद होते हैं तो उन्हें तत्काल खोला जाए. जिससे लोगों को परेशानी न हो.
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सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड हमेशा से आपदाग्रस्त प्रदेश रहा है. ऐसे में भूस्खलन से आने वाली आपदा से त्वरित कैसे निपटा जाए, इसको लेकर अधिकारी हमेशा अलर्ट पर रहें. जिससे लोगों को आपदा के दौरान तत्काल मदद और राहत पहुंचाई जा सके. इसके अलावा उन्होंने कुमाऊं मंडल के अंतर्गत करीब 5 करोड़ से अधिक लागत की योजनाओं की समीक्षा भी की. मुख्यमंत्री ने सभी रुके हुए कार्यों को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए.
कुंमांऊ के 42 मंदिर मानसखंड विकासमाला योजना के तहत होंगे विकसितः बैठक में सीएम धामी ने मंडलीय अधिकारियों को योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए सरलीकरण, समाधान व निस्तारण और संतुष्टि के मंत्र पर कार्य करने के निर्देश दिए. साथ ही निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर सख्ती कर न्यूनतम 3 वर्ष के लिए डिबार्ड करने को कहा. उन्होंने कहा कि मानसखंड विकासमाला योजना के तहत कुमांऊ के 42 मंदिर विकसित होंगे.
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पेयजल निगम के मुख्य अभियंता बैठक से गायब, सीएम धामी ने दिए कार्रवाई के निर्देशः सीएम धामी ने कहा कि बैठक में कई ऐसे अधिकारी तैयारी करके नहीं आए थे. उनको अगली बैठक के लिए निर्देशित किया गया है कि वो पूरी तैयारी के साथ आएं. इस दौरान पेयजल निगम के मुख्य अभियंता बैठक में नहीं पहुंचे. जिस पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा. साथ ही कार्रवाई के निर्देश भी दिए. इसके अलावा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वो अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाएं.