नैनीतालः सरोवर नगरी नैनीताल में इन दिनों होटल कारोबारी शासन और प्रशासन की कथित नीतियों से परेशान हैं. होटल कारोबारियों का कहना है कि इस बार प्रशासन की अनुचित नीति के चलते नैनीताल समेत आसपास के सभी पर्यटक स्थलों पर व्यापार 60% तक कम हुआ है.
कारोबारी ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा पर्यटकों को गाड़ी नैनीताल नहीं लाने दी जिस वजह से पर्यटक नैनीताल नहीं आए और इस बार का पर्यटन कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया.
होटल कारोबारियों ने प्रशासन के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. साथ दी वे पिछले एक सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं होटल एसोसिएशन को नैनीताल के नये डी एम साबिन बंसल ने आश्वासन दिया है कि पर्यटन कारोबारियों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होगा. उनकी मांगें मानी जाएंगी.
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नैनीताल में पर्यटक वाहनों पर रोक लगाने से भड़के होटल और अन्य पर्यटन व्यवसायी पिछले छह दिनों से आंदोलनरत हैं. व्यवसाइयों ने प्रशासन के रवैए से नाराज होकर, रूसी बाई पास और तल्लीताल गांधी प्रतिमा के समीप धरना दिया साथ ही और होटलों में सभाएं भी कीं.
बाद में प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के आश्वासन के बाद एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नवनियुक्त जिलाधिकारी से मुलाकात की. बाद में होटलों में लगे काले झंडे हटाने और ब्लैक आउट को खत्म करने का फैसला लिया.