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'ठग' इंजीनियरिंग स्टूडेंट, लिंक्डइन से बेरोजगारों को बनाता था टारगेट, दून से बंगाल तक निकला कनेक्शन - DEHRADUN JOB FRAUD

देशभर के युवाओं को चूना लगाने वाला निकला इंजीनियरिंग का छात्र, देहरादून में कर रहा था इंजीनियरिंग, नौकरी का लालच देकर करता था ठगी.

DEHRADUN JOB FRAUD
कॉन्सेप्ट इमेज (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 21, 2025, 5:58 PM IST

देहरादून: फर्जी वेबसाइट के जरिए जॉब का लालच देकर युवाओं से धोखाधड़ी करने वाले आरोपी छात्र को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कोई और नहीं, बल्कि प्रेमनगर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है. जिसने फर्जी वेबसाइट बनाकर देशभर में लाखों बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाया और उनके लाखों रुपए की धोखाधड़ी की. वहीं, पूछताछ में आरोपी के दो करंट अकाउंट की भी जानकारी मिली है, जिनकी जांच की जा रही है. ताकि, ये पता लगाया जा सके कि आरोपी अब तक कितने युवाओं से धोखाधड़ी कर कितनी धनराशि हासिल कर चुका है.

दरअसल, कुछ समय पहले भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (आई4सी) के पोर्टल पर हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली आदि राज्यों से एक ही प्रकार की करीब 30 शिकायतें मिली थी. जिसके तहत प्रथम दृष्टया में पता चला कि प्रेमनगर नंदा की चौकी क्षेत्र से एक साइबर ठग अपनी फर्जी वेबसाइट न्यूट्रिनो लैब के जरिए देशभर में कई युवाओं से धोखाधड़ी कर रहा है.

इन शिकायतों का संज्ञान लेकर एसटीएफ की टीम ने ऑनलाइन पोर्टल 1930 से संपर्क साधा. साथ ही पोर्टल पर मिली शिकायतों में दर्ज साइबर ठग के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों को चेक किया गया. वहीं, शिकायत करने वाले युवाओं से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि यह साइबर ठग पहले उन्हें लिंक्डइन अकाउंट के माध्यम से संपर्क करता था. फिर उन्हें अपनी कंपनी में जॉब देने के नाम पर इंटरव्यू लेता था.

दवा खरीदने के लिए करता था मजबूर, पैसे लेकर कर देता था ब्लॉक: पीड़ितों ने बताया कि आरोपी अपनी कंपनी न्यूट्रिनो लैब से ही दवा खरीदने के लिए मजबूर करता था. फिर उनसे 5 से 6 हजार रुपए ऐंठ लेता था. इसके बाद उन्हें ब्लॉक कर देता था. इस साइबर ठग की गतिविधियों का पता करने पर जानकारी मिली कि आरोपी का नाम कृपाल सिंह है, जो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी का रहने वाला है.

प्रेमनगर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा आरोपी: आरोपी प्रेमनगर क्षेत्र स्थित एक शिक्षण संस्थान में इंजीनियरिंग का छात्र है. जिसे एसटीएफ टीम ने बीती यानी 20 फरवरी की देर रात प्रेमनगर थाना क्षेत्र से दबोचा. आरोपी के पास से 1 लैपटॉप, 1 मोबाइल फोन, 2 दवा, 4 बैंक पास बुक और 2 चेक बुक बरामद किए गए हैं.

पुलिस ने दी ये जानकारी:

आरोपी अपने लिंक्डइन अकाउंट पर बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क कर था. उन्हें अपनी कंपनी में ऑनलाइन जॉब का लालच देता था. फिर उन्हें अलग-अलग विषयों जैसे भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान और अन्य विषयों पर प्रश्न उपलब्ध करता था. जिनके सही उत्तर का वीडियो बनवाकर उन्हें वेबसाइट पर अपलोड कराता था, जिसके बदले भुगतान करने की बात कही जाती थी.

प्रश्नपत्र हल करने के लिए उन्हें फर्जी वेबसाइट न्यूट्रिनो इन से दवा खरीदने को कहता था. ये भी कहता था कि यदि वो सिलेक्ट नहीं हुए तो उन्हें उनका पैसा रिफंड कर दिया जाएगा. जब पीड़ित उन्हें रिफंड के लिए संपर्क करते थे. उन्हें टाइम ओवर बताकर पैसा नहीं देता था या उन्हें ब्लॉक कर देता था.
- नवनीत भुल्लर, एसएसपी, उत्तराखंड एसटीएफ -

साइबर ठग का नाम:-

  1. कृपाल सिंह, निवासी- सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल हाल निवास नंदा की चौकी, प्रेमनगर

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देहरादून: फर्जी वेबसाइट के जरिए जॉब का लालच देकर युवाओं से धोखाधड़ी करने वाले आरोपी छात्र को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी कोई और नहीं, बल्कि प्रेमनगर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है. जिसने फर्जी वेबसाइट बनाकर देशभर में लाखों बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाया और उनके लाखों रुपए की धोखाधड़ी की. वहीं, पूछताछ में आरोपी के दो करंट अकाउंट की भी जानकारी मिली है, जिनकी जांच की जा रही है. ताकि, ये पता लगाया जा सके कि आरोपी अब तक कितने युवाओं से धोखाधड़ी कर कितनी धनराशि हासिल कर चुका है.

दरअसल, कुछ समय पहले भारतीय साइबर क्राइम समन्वय केंद्र (आई4सी) के पोर्टल पर हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़, दिल्ली आदि राज्यों से एक ही प्रकार की करीब 30 शिकायतें मिली थी. जिसके तहत प्रथम दृष्टया में पता चला कि प्रेमनगर नंदा की चौकी क्षेत्र से एक साइबर ठग अपनी फर्जी वेबसाइट न्यूट्रिनो लैब के जरिए देशभर में कई युवाओं से धोखाधड़ी कर रहा है.

इन शिकायतों का संज्ञान लेकर एसटीएफ की टीम ने ऑनलाइन पोर्टल 1930 से संपर्क साधा. साथ ही पोर्टल पर मिली शिकायतों में दर्ज साइबर ठग के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों को चेक किया गया. वहीं, शिकायत करने वाले युवाओं से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि यह साइबर ठग पहले उन्हें लिंक्डइन अकाउंट के माध्यम से संपर्क करता था. फिर उन्हें अपनी कंपनी में जॉब देने के नाम पर इंटरव्यू लेता था.

दवा खरीदने के लिए करता था मजबूर, पैसे लेकर कर देता था ब्लॉक: पीड़ितों ने बताया कि आरोपी अपनी कंपनी न्यूट्रिनो लैब से ही दवा खरीदने के लिए मजबूर करता था. फिर उनसे 5 से 6 हजार रुपए ऐंठ लेता था. इसके बाद उन्हें ब्लॉक कर देता था. इस साइबर ठग की गतिविधियों का पता करने पर जानकारी मिली कि आरोपी का नाम कृपाल सिंह है, जो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी का रहने वाला है.

प्रेमनगर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा आरोपी: आरोपी प्रेमनगर क्षेत्र स्थित एक शिक्षण संस्थान में इंजीनियरिंग का छात्र है. जिसे एसटीएफ टीम ने बीती यानी 20 फरवरी की देर रात प्रेमनगर थाना क्षेत्र से दबोचा. आरोपी के पास से 1 लैपटॉप, 1 मोबाइल फोन, 2 दवा, 4 बैंक पास बुक और 2 चेक बुक बरामद किए गए हैं.

पुलिस ने दी ये जानकारी:

आरोपी अपने लिंक्डइन अकाउंट पर बेरोजगार युवक-युवतियों से संपर्क कर था. उन्हें अपनी कंपनी में ऑनलाइन जॉब का लालच देता था. फिर उन्हें अलग-अलग विषयों जैसे भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान और अन्य विषयों पर प्रश्न उपलब्ध करता था. जिनके सही उत्तर का वीडियो बनवाकर उन्हें वेबसाइट पर अपलोड कराता था, जिसके बदले भुगतान करने की बात कही जाती थी.

प्रश्नपत्र हल करने के लिए उन्हें फर्जी वेबसाइट न्यूट्रिनो इन से दवा खरीदने को कहता था. ये भी कहता था कि यदि वो सिलेक्ट नहीं हुए तो उन्हें उनका पैसा रिफंड कर दिया जाएगा. जब पीड़ित उन्हें रिफंड के लिए संपर्क करते थे. उन्हें टाइम ओवर बताकर पैसा नहीं देता था या उन्हें ब्लॉक कर देता था.
- नवनीत भुल्लर, एसएसपी, उत्तराखंड एसटीएफ -

साइबर ठग का नाम:-

  1. कृपाल सिंह, निवासी- सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल हाल निवास नंदा की चौकी, प्रेमनगर

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