हल्द्वानीः आशा कार्यकर्ताओं ने महिला अस्पताल में कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं में कंधे से कंधे मिलाकर सभी आशा कार्यकर्ता काम कर रही हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनको कोई भी मानदेय नहीं दे रही है. आशा कार्यकर्ताओं ने आंध्र प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड में भी आशा कार्यकर्ताओं को मानदेय देने की मांग की.
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी मुख्य मांग मानदेय की है. सरकार द्वारा मानदेय के तौर पर कम से कम 10 हजार रुपये आशा कार्यकर्ताओं को दिए जाएं, जिससे उनका परिवार चल सके.
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जच्चा बच्चा से लेकर सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में वह पूरी ईमानदारी से काम कर रहीं हैं. पिछले 12 साल से लगातार आशा वर्कर के तौर पर काम कर रहीं हैं लेकिन सरकार द्वारा कोई उचित मानदेय नहीं दिया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो सड़कों पर उतार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगी.