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सीताराम येचुरी को संतों ने बताया 'रावण', हरिद्वार में दर्ज करवाई FIR

बाबा रामदेव ने कहा कि जिसका नाम सीताराम हो वह ही अगर भगवान राम के बारे में टिप्पणी करे और हिंदू को हिंसक बताए. तो उसे अपना नाम बदलकर रावण, कंस, बाबर, तैमूर के नाम पर रख देना चाहिए.

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Published : May 4, 2019, 3:37 PM IST

Updated : May 4, 2019, 10:24 PM IST

कम्युनिस्ट नेता के बयान पर संतों में उबाल.

हरिद्वार: कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी की हिंदुओं को हिंसक बताने और भगवान राम कृष्ण के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर संत समाज में आक्रोश है. योग गुरु बाबा रामदेव और कुछ संतों ने येचुरी के इस बयान पर घोर आपत्ति जताते हुए हरिद्वार में एफआईआर दर्ज कराई है. एसएसपी जन्मेजय खंडूरी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 153 धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

शनिवार को निवर्तमान शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज के हरिपुर स्थित आश्रम में संतों ने बैठक की. जिसमें माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बयान की निंदा की गई. मीडिया से मुखातिब होते हुए योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि येचुरी को अपना नाम बदलकर सीताराम से रावण कर लेना चाहिए. जिसका नाम सीताराम हो वह ही अगर भगवान राम के बारे में टिप्पणी करे और हिंदू को हिंसक बताए. तो उसे अपना नाम बदलकर रावण, कंस, बाबर, तैमूर के नाम पर रख देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी को संस्कृत पढ़नी चाहिए. बाबा रामदेव ने कहा कि येचुरी ने इस तरह का बयान देकर अपराध किया है.

कम्युनिस्ट नेता के बयान पर संतों में उबाल.

वहीं, इस बैठक में संतों ने आह्वान किया कि पूरा देश में कम्युनिस्टों का बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह विरोध तबतक जारी रहेगा जबतक सीताराम येचुरी अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांग लेते. वहीं संतों की मांग पर एसएससी जन्मेजय खंडूरी ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए.

क्या था येचुरी बयान

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि रामायण और महाभारत लड़ाई और हिंसा से भरी है. लेकिन एक प्रचारक के तौर पर उसे केवल एक महाकाव्य बताया जाता रहा हैं. उन्होंने कहा यह दावा करना ठीक नहीं है कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते. माकपा के महासचिव ने कहा था कि रामायण और महाभारत हिंसा के उदाहरणों से भरे पड़े हैं. इस के बाद यह कहना ठीक नहीं हैं कि हिंदू अहिंसक हैं. उन्होंने कहा वह इस तर्क पर भरोसा नहीं करते जबकि इसके तमाम उदाहरण सामने हैं.

हरिद्वार: कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी की हिंदुओं को हिंसक बताने और भगवान राम कृष्ण के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर संत समाज में आक्रोश है. योग गुरु बाबा रामदेव और कुछ संतों ने येचुरी के इस बयान पर घोर आपत्ति जताते हुए हरिद्वार में एफआईआर दर्ज कराई है. एसएसपी जन्मेजय खंडूरी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 153 धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है.

शनिवार को निवर्तमान शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज के हरिपुर स्थित आश्रम में संतों ने बैठक की. जिसमें माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के बयान की निंदा की गई. मीडिया से मुखातिब होते हुए योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि येचुरी को अपना नाम बदलकर सीताराम से रावण कर लेना चाहिए. जिसका नाम सीताराम हो वह ही अगर भगवान राम के बारे में टिप्पणी करे और हिंदू को हिंसक बताए. तो उसे अपना नाम बदलकर रावण, कंस, बाबर, तैमूर के नाम पर रख देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी को संस्कृत पढ़नी चाहिए. बाबा रामदेव ने कहा कि येचुरी ने इस तरह का बयान देकर अपराध किया है.

कम्युनिस्ट नेता के बयान पर संतों में उबाल.

वहीं, इस बैठक में संतों ने आह्वान किया कि पूरा देश में कम्युनिस्टों का बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह विरोध तबतक जारी रहेगा जबतक सीताराम येचुरी अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांग लेते. वहीं संतों की मांग पर एसएससी जन्मेजय खंडूरी ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए.

क्या था येचुरी बयान

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि रामायण और महाभारत लड़ाई और हिंसा से भरी है. लेकिन एक प्रचारक के तौर पर उसे केवल एक महाकाव्य बताया जाता रहा हैं. उन्होंने कहा यह दावा करना ठीक नहीं है कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते. माकपा के महासचिव ने कहा था कि रामायण और महाभारत हिंसा के उदाहरणों से भरे पड़े हैं. इस के बाद यह कहना ठीक नहीं हैं कि हिंदू अहिंसक हैं. उन्होंने कहा वह इस तर्क पर भरोसा नहीं करते जबकि इसके तमाम उदाहरण सामने हैं.

कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी के हिंदुओं रामायण और महाभारत पर दिए विवादित बयान पर हरिद्वार का संत समाज बेहद आक्रोशित है योग गुरु बाबा रामदेव के नेतृत्व में संत समाज ने येचुरी के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि अगर येचुरी को राम और सीता के नाम से इतनी आपत्ति है तो तो अपने नाम से सीता और राम हटाकर रावण कंस या औरंगजेब रख ले। येचुरी ने अपने एक बयान में कहा था कि हिन्दू हिंसक होता है और इसका प्रमाण रामायण और महाभारत में मिलता है येचुरी के बयान को लेकर गुस्साए संतो ने आज हरिद्वार में बैठक की संतो ने एक स्वर में येचुरी के बयान की निंदा की बाबा रामदेव ने कहा कि
भारत की सभ्यता वर्षो पुरानी है और येचुरी ने इस तरह का बयान देकर पूरे भारतीय समाज और सभ्यता संस्कृति को अपमानित किया है बाबा रामदेव ने सीताराम येचुरी को अपने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है बाबा रामदेव ने येचुरी पर पलटवार करते हुए कहा कि करीब 12 करोड़ो लोगो की कम्युनिस्ट ने की है हत्या की और कम्युनिस्ट लोगो का विश्वास रक्त क्रांति में रहा है उंन्होने कहा कि सीता राम में हिम्मत है तो वह कहे कि कम्युनिस्ट होते है क्रूर, ईसाई होते है क्रूर, मुगलो ने इस्लाम के विस्तार के लिए की है करोड़ो की हत्या रामदेव ने कहा कि येचुरी हिन्दू धर्म का हिंसा का एक प्रमाण दे उंन्होने ऐसे हिन्दू समाज का अपमान,आपत्तिजनक और घिनोना कृत्य बताया और चेतावनी दी कि येचुरी के खिलाफ
साधु संतों द्वारा सड़को पर चलाया जाएगा आंदोलन येचुरी के महाभारत और रामायण पर दिए गए विवादित बयान को लेकर बाबा रामदेव और साधू संत सीताराम येचुरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे
Last Updated : May 4, 2019, 10:24 PM IST
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