हरिद्वार: धर्मनगरी में आज धर्म के साथ-साथ राजनीति से संबंधित महानुभाव भी कुंभ की पहली पेशवाई में पहुंचे हैं. केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री व उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से सांसद निरंजन ज्योति भी निरंजनी अखाड़े की पेशवाई का बतौर महामंडलेश्वर हिस्सा बनी हैं. हरिद्वार पहुंची निरंजन ज्योति ने इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की पाबंदियों के बावजूद पेशवाई में इतना भव्य स्वरूप देखकर वह गदगद हैं. हालांकि, उन्होंने लोगों से अपील की है वो एहतियात जरूर बरतें.
भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय में महत्वपूर्ण पद संभालने वाली निरंजन ज्योति का कहना है कि प्रयागराज कुंभ के दौरान उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया था. उनके लिए हरिद्वार का कुंभ बतौर महामंडलेश्वर पहला कुंभ है. उन्होंने कहा कि धर्म और राजनीति दोनों एक ही सिक्के के पहलू हैं. लिहाजा जब-जब देश को संतों की जरूरत पड़ी है, तब-तब संत आगे आए हैं और राजनीति में संतों का ज्ञान बेहद जरूरी होता है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा वसुधैव कुटुंबकम की बात करते हैं. ऐसे में उन्हें यहां पर आकर पूरा हरिद्वार और संत समाज अपना ही परिवार लगता है. आज उन्हें बेहद खुशी होगी जब वह रथ पर बैठकर शहर भ्रमण के लिए निकलेंगी.
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उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से लोगों को यह संदेह था कि इस बार कुंभ शायद इतना भव्य नहीं हो सकेगा. लेकिन आज की पेशवाई देखकर साफ हो जाता है कि कुंभ के आने वाले दिन कितने भव्यता के साथ गुजरेंगे, लेकिन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.