हरिद्वार: आज गुरु पूर्णिमा के दिन साल का तीसरा चंद्र ग्रहण है. साल का तीसरा चंद्र ग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होकर 11 बजकर 22 पर खत्म होगा. इस चंद्र ग्रहण को उपछाया चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है, यह चंद्र ग्रहण भारत में न दिखायी देकर दूसरे देशों में दिखायी देगा. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि चन्द्र ग्रहण अपना प्रकोप भी दिखाएगा.
ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपूरी का कहना है कि इस चंद्र ग्रहण को उपछाया ग्रहण कहा जाता है. क्योंकि जब पृथ्वी की वास्तविक छाया होती है. उसमें जब चंद्रमा का प्रवेश होता है, तब चंद्रग्रहण लगता है. यह पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं होता है, लेकिन उसके बावजूद भी उसका बहुत नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.
भारत में यह चंद्र ग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 22 पर समाप्त हो जाएगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन अमेरिका, अफ्रीका, ब्राजील, पेरू, मेस्सिको और साथ ही बेल्जियम के साथ जितने भी यूरोपियन देश है और जो अफ्रीकी देश है. उसमें इसका प्रभाव देखने को ज्यादा मिलेगा और इसका ज्यादा प्रभाव यह हो सकता है कि कोरोना के जो मरीज है उनकी संख्या बढ़ सकती है. इस चंद्र ग्रहण का वहां नकारात्मक प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा, लेकिन भारत में इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा.
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इस साल में पड़ने वाले तीसरे चंद्र ग्रहण का असर भारत में दिखाई नहीं देगा. क्योंकि यह चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है और यह चंद्र ग्रहण दूसरे देश में दिखाई देगा और वहां पर अपना असर भी दिखाएगा.