हरिद्वार: मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने एक बार फिर से राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार, प्रशासन के साथ मिलकर उनकी और साध्वी पद्मावती की जान लेना चाहता है. इसके लिए उन्होंने सीआरपीसी की धारा 39 के तहत मजिस्ट्रेट को सूचना भी दी है. जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री समेत कई लोगों पर आरोप लगाए हैं.
स्वामी शिवानंद ने कहा कि जिस तरह से स्वामी निगमानंद और स्वामी सानंद की अनशन के दौरान जान ली गई थी उसी तरह राज्य उन दोनों की जान लेने का मन बना चुकी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 56 किलोमीटर दूर होकर भी मातृसदन में कभी नहीं आए, चाहे वह आत्मबोधानंद के अनशन का समय हो या फिर सांनद के समय किया जा रहा अनशन.
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स्वामी शिवानंद ने कहा कि साध्वी पद्मावती गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए मातृ सदन में अनशन कर रही है. एक हजार किलोमीटर दूर बैठे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब साध्वी पद्मावती का समर्थन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांगों को संज्ञान लेने को कहा है, लेकिन 56 किलोमीटर देहरादून में बैठे राज्य के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अभी तक यहां नहीं आए है.
स्वामी शिवानंद का आरोप है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पत्र के बाद त्रिवेंद्र सरकार बौखला गई है और अब वह उन्हें व साध्वी पद्मावती को मारने का षड्यंत्र रच रही है. ऐसे में उन्होंने शनिवार को सीआरपीसी की धारा 39 के तहत मजिस्ट्रेट को सूचना दी है कि उन्हें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एम्स के डायरेक्टर, हरिद्वार एसएसपी और हरिद्वार एसडीएम से जान का खतरा है.