हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में बड़ा हादसा टल गया है. बीती देर रात हरकी पैड़ी के पास लगे ट्रांसफार्मर पर बिजली गिरने से ट्रांसफार्मर से सटी दीवार ध्वस्त हो गई. दीवार का पूरा मलबा ब्रह्मकुंड पर आ गया. हालांकि, इस घटना में जान-माल का कोई नुकसान नहीं है. घटना की जानकारी मिलते ही गंगा सभा के अध्यक्ष, महामंत्री और स्थानीय प्रशासन के लोग हरकी पैड़ी पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया. साथ ही मौके पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि भी पहुंचे.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि का कहना है कि लॉकडाउन के चलते देवभूमि के सभी मठ मंदिर बंद हैं. उन्होंने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल करते हुए कहा कि सरकार ने अनलॉक में सोशल-डिस्टेंसिंग के साथ शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन मठ मंदिर बंद हैं. सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्त भी भगवान की पूजा कर सकते हैं.
शराब की दुकानें खुल सकती हैं तो मंदिर क्यों नहीं- नरेंद्र गिरि
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में आने की अनुमति देने की मांग की है. साथ ही चारधाम यात्रा को खोलने जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब सरकार धर्म विरोधी फैसले लेगी तो इस तरह की आपदाएं निश्चित रूप में होंगी और फिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?
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धार्मिक गतिविधियों पर लगी पाबंदी का परिणाम- तन्मय वशिष्ठ
इस मौके पर गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि बिजली गिरने से हर की पैड़ी की लगभग 80 से 100 फीट की दीवार गिर गई है. हालांकि, दीवार के पास बिजली के तारों को अंडर ग्राउंड करने का काम भी चल रहा है, जिस कारण दीवार कमजोर हुई हो सकती है. महामंत्री ने कहा कि सरकार ने धार्मिक गतिविधियों पर जो पाबंदी लगाई है, यह उसी का परिणाम है. सरकार को इससे सबक लेना चाहिए.
मौके पर पहुंचे एसडीएम हरिद्वार ने कहा कि हरकी पैड़ी पर दीवार किन कारणों से गिरी यह जांच का विषय है. गनीमत यह रही कि दीवार गिरने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.