रुड़की: ईद-उल-अजहा का त्यौहार शांति और सौहार्द के साथ मनाया जाए, इसको लेकर रुड़की पुलिस-प्रशासन ने मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक की. बैठक में मुस्लिम धर्म गुरुओं और उलेमाओं का सुझाव लेने के साथ ही जिला प्रशासन द्वारा उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए. ताकि शहर का माहौल किसी भी तरह से खराब न हो सके. इसके साथ पुलिस ने मुस्लिमों से अपील की है कि वे नमाज के लिए भीड़ न लगाए और खुले में कुर्बानी न दे.
रुड़की सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश नाजुक दौर से गुजर रहा है. ऐसे में कही पर भी लोग एकत्र न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. मस्जिद में भी केवल पांच ही लोग ईद की नमाज अदा कर सकते हैं.
बैठक में अरबी मदरसे के उलेमा ने सुझाव दिया है कि बकरों की खरीद-फरोख्त के लिए मंडी न लगाई जाए, बल्कि चलते-फिरते ही ये काम किया जाए. जिसके लिए पुलिस-प्रशासन को सहयोग मांगा गया है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने के लिए भी कहा गया है.
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बैठक में मौजूद एएसडीएम रुड़की गोपाल सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि ईद-उल-अजहा के त्यौहार पर सभी सामाजिक दूरी का ध्यान रखे. साथ ही मास्क का प्रयोग जरूर करें, इसके अलावा खुले में कुर्बानी न करें. मौलाना अरशद कासमी ने कहा कि देश में सभी त्यौहार मिल जुलकर मनाए जाते हैं. सभी एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करते हैं.