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हरिद्वार: नींद से जागा आबकारी विभाग, 'काले धंधे' पर कसा शिकंजा - हरिद्वार में कच्ची शराब नष्ट

रुड़की में इसी साल कच्ची शराब पीने के कारण 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. घटना के बाद उम्मीद की जा रही था कि सोया हुआ पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग नींद से जागेगा. लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा.

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हरिद्वार
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Published : Dec 7, 2019, 11:07 PM IST

हरिद्वार: उत्तराखंड में पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग कच्ची शराब पर लगाम लगा पाने में नाकाम साबित हो रहा है. गांव में माफिया अभी भी अवैध तरीके से कच्ची शराब का काला कारोबार कर रहे हैं. ताजा मामला दिनारपुर गांव से सामने आया है. यहां आबकारी विभाग ने तीन ड्रम में करीब 600 लीटर कच्ची नष्ट किया है. इसके अलावा पुलिस ने शराब बनाने के उपकरण को जब्त भी किया है.

नींद से जागा आबकारी विभाग

आबकारी निरीक्षक लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने बताया उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि दिनारपुर के पास नाले पर कच्ची शराब बनाई जा रही है. सूचना मिलते ही आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तीन अलग-अलग जगहों पर तीन ड्रमों में 600 किलो लहन बरामद किया. जिससे नष्ट कर दिया गया. मौके से पुलिस को शराब बनाने के उपकरण भी बरामद हुए. जिन्हें जब्त कर लिया है.

पढ़ें- देहरादून: 11 साल के छात्र का कमाल, बना डाली हवा से चलने वाली बाइक

रुड़की में इसी साल कच्ची शराब पीने के कारण 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. घटना के बाद उम्मीद की जा रही था कि सोया हुआ पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग नींद से जागेगा और जिले में चल रहे कच्ची शराब के अवैध धंधे को बंद कराएगा. लेकिन विभाग अभी भी नींद में ही है. शायद यही कारण है कि जिले में अभी कच्ची शराब का धंधा बड़े आराम से चल रहा है. क्योंकि जिस तरह से कच्ची शराब के मामले सामने आ रहे हैं उससे तो यही लगता है.

हरिद्वार: उत्तराखंड में पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग कच्ची शराब पर लगाम लगा पाने में नाकाम साबित हो रहा है. गांव में माफिया अभी भी अवैध तरीके से कच्ची शराब का काला कारोबार कर रहे हैं. ताजा मामला दिनारपुर गांव से सामने आया है. यहां आबकारी विभाग ने तीन ड्रम में करीब 600 लीटर कच्ची नष्ट किया है. इसके अलावा पुलिस ने शराब बनाने के उपकरण को जब्त भी किया है.

नींद से जागा आबकारी विभाग

आबकारी निरीक्षक लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने बताया उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि दिनारपुर के पास नाले पर कच्ची शराब बनाई जा रही है. सूचना मिलते ही आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तीन अलग-अलग जगहों पर तीन ड्रमों में 600 किलो लहन बरामद किया. जिससे नष्ट कर दिया गया. मौके से पुलिस को शराब बनाने के उपकरण भी बरामद हुए. जिन्हें जब्त कर लिया है.

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रुड़की में इसी साल कच्ची शराब पीने के कारण 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. घटना के बाद उम्मीद की जा रही था कि सोया हुआ पुलिस-प्रशासन और आबकारी विभाग नींद से जागेगा और जिले में चल रहे कच्ची शराब के अवैध धंधे को बंद कराएगा. लेकिन विभाग अभी भी नींद में ही है. शायद यही कारण है कि जिले में अभी कच्ची शराब का धंधा बड़े आराम से चल रहा है. क्योंकि जिस तरह से कच्ची शराब के मामले सामने आ रहे हैं उससे तो यही लगता है.

Intro:हरिद्वार में अवैध शराब बनाने के काले कारोबार पर हरिद्वार आबकारी विभाग द्वारा आज दिनारपुर गांव में छापेमारी की कार्रवाई की गई आबकारी विभाग को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दीनारपुर गांव के जंगलों में अवैध तरीके से शराब बनाई जा रही है इसको लेकर आबकारी विभाग की टीम ने मौके पर छापेमारी की तो तीन अलग-अलग स्थानों पर 3 ड्रमो में करीब 600 किलो लहन और अवैध शराब बनाने के उपकरण बरामद किए और मौके पर ही लहन को नष्ट कर दिया गया
Body:आबकारी निरीक्षक लक्ष्मण सिंह बिष्ट का कहना है कि आबकारी विभाग को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि दिनारपुर के पास नाले पर अवैध तरीके से शराब बनाने का कार्य चल रहा है सूचना मिलने पर हमारे द्वारा मौके पर छापेमारी की कार्रवाई की गई छापेमारी में तीन अलग-अलग जगहों पर तीन ड्रमो में 600 किलो लहन बरामद की हमारे द्वारा मौका से अवैध शराब बनाने के उपकरण को कब्जे में लिया गया है लहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया है

बाइट--लक्ष्मण सिंह बिष्ट----आबकारी निरीक्षक----हरिद्वार
Conclusion:हरिद्वार में लगातार अवैध तरीके से कच्ची शराब बनाने का काला कारोबार फल-फूलता है मगर आबकारी विभाग छापेमारी की कार्रवाई के बावजूद भी इस काले कारोबार को रोकने में नाकाम ही साबित होता है आबकारी विभाग द्वारा जिले में लगातार अवैध शराब पर छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है देखना होगा आबकारी विभाग हरिद्वार में चल रहे इस अवैध कारोबार को कब तक बंद करवा पाता है
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