रुड़की: पिरान कलियर दरगाह में एक सनीसनीखेज मामला सामने आया है. मामला दरगाह के दानपात्रों से जुड़ा है. जहां पर दरगाह के ही कर्मचारी दानपात्र से पैसे चुराते नजर आ रहे हैं. आरोपियों की सारी करतूत दरगाह में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
दरअसल, पिरान कलियर में दरगाह के कर्मचारी, अकीतमदों की ओर से भेंट किए दान पर हाथ साफ करते हुए कैमरे में कैद हुए हैं. दरगाह शरीफ में रखा दानपात्र जब पैसों से भर जाता है तो उन्हें सील कर स्टॉक रूम या वीआईपी रूम में रख दिया जाता है. समयानुसार रुड़की तहसील प्रशासन की टीम उन गोलखों में जमा रकम की गिनती कर बैंक में जमा कर देती है.
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इसी कड़ी में शनिवार को तहसील प्रशासन की टीम गोलखों की गिनती करने पिरान कलियर पहुंची. जहां पर टीम ने वीआईपी रूम खोला तो एक गोलख से पैसे चोरी होने का शक हुआ. जिसपर टीम ने उच्चाधिकारियों को सूचित कर रूम को सील कर दिया. प्रकरण की जांच हुई तो चौंकाने वाला मामला सामने आया. जहां सीसीटीवी फुटेज में दो व्यक्ति गोलख से पैसे चोरी करते कैमरे में कैद हुए.
जिसके बाद टीम ने हरकत में आते हुए जांच शुरू कर दी. कैमरे की मदद से दोनों व्यक्तियों की पहचान की गई. आरोपियों में एक दरगाह का पूर्व कर्मचारी और एक मौजूदा कर्मचारी शामिल पाया गया. इसके बाद दरगाह प्रशासन ने तत्काल पुलिस को तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों आरोपी कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
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सूत्रों की मानें तो दोनों आरोपी कर्मचारियों से पुलिस ने कुछ पैसे भी बरामद किए हैं. अब सवाल ये उठ रहा है कि दानपात्र को सील लगाकर रखा जाता है, ऐसे में जिस दानपात्र से चोरी हुई है वो सील लगी हुई मिली तो ऐसे में उस दानपात्र को सील किसने किया?