हरिद्वारः ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र से बीती 8 मई को लापता सुनीता देवी का शव सोनाली पुल के पास मिला. मामले में पुलिस ने सर्विलांस के आधार पर महिला की हत्या के आरोप में एक मजदूर को गिरफ्तार किया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने महिला के घर पर पुताई का काम करते वक्त चांदी और सोने के आभूषण चोरी कर लिए थे. जिसका शक महिला को हो गया था. इसलिए पकड़े जाने के डर से उसने महिला को गंगनहर में धक्का दे दिया था. जिससे महिला की मौत हो गई.
हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस की टीम ने ई रिक्शा चालक से पूछताछ की. ई रिक्शा चालक ने बताया कि उसने महिला और उसके साथ बैठे एक शख्स को पथरी पुल के पास छोड़ दिया था. जिसके बाद पुलिस ने महिला और उसके साथ जाने वाले व्यक्ति की कॉल डिटेल की जानकारी ली. दोनों की लोकेशन पथरी पुल के पास होने पर शक गहरा गया.
पुलिस की टीम ने सर्विलांस की मदद से आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पॉवधोई को बाल्मिकी बस्ती ज्वालापुर से दबोच लिया. आरोपी ने बताया कि उसने सुनीता को नहर में धक्का दे दिया था. एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि नसीम महिला के घर की पुताई का कार्य कर रहा था. पुताई के दौरान नसीम ने उनके घर से चांदी और सोने के आभूषण चोरी कर लिए थे. जिसका पक्का शक सुनीता देवी को नसीम पर हो गया था.
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नसीम भी इस बात को समझ गया था. सुनीता देवी ने घर में चोरी की शिकायत पुलिस में करने की बात की थी. तभी से आरोपी नसीम ने सुनीता देवी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी. नसीम ने प्लानिंग के तहत सुनीता देवी को पूरी तरीके से विश्वास में लेकर झाड़ फूंक वाले के माध्यम से चोर का पता लगाने की बात बताई. जिस कारण सुनीता देवी को नसीम पहले पथरी रोह पुल के पास मजार में ले गया, लेकिन भीड़ भाड़ ज्यादा होने के करना अपने इरादों में नाकाम रहा.
वहीं, बीती 8 मई की सुबह दोबारे सुनीता देवी को बाल्मिकी चौक के पास बुलाकर ई रिक्शा के माध्यम से पथरी रोह पुल के पास ले गया. जहां सुनसान जगह में पूजा पाठ का बहाना कर सुनीता देवी के कान के कुंडल और अंगूठी उतरवा ली. इसके बाद गंग नहर में जल चढ़ाने के बहाने धक्का दे दिया और चुपचाप घर चला आया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने जेवर समेत अन्य सामान भी बरामद कर लिए हैं.