लक्सर: सुल्तानपुर स्थित एसटीजेपी पब्लिक स्कूल में फीस जमा नहीं होने पर बच्चों का उत्पीड़न किया जा रहा है. जिससे परिजन और स्कूल प्रबंधन आमने सामने आ गए हैं. एक तरफ स्कूल प्रबंधन का कहना है कि परिजन छात्रों की फीस समय पर नहीं जमा कर रहे हैं. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं तो वहीं परिजनों का कहना है कि वो गरीब हैं और ऐसा नहीं है कि वो फीस जमा नहीं करेंगे, लेकिन स्कूल प्रबंधन की इस कार्रवाई से उनके बच्चों की पढ़ाई पर असर पढ़ रहा है.
अभिभावक कविता का कहना है कि वह अपने बच्चे की ₹6 हजार फीस जमा कर चुकी हैं, लेकिन अभी भी उनके बच्चों को क्लास में नहीं बैठने दिया जा रहा है. जिससे बच्चे मानसिक रूप से पीड़ित हो रहे हैं और उनकी कक्षा में उपस्थिति न होने से पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है.
अभिभावक सतीश सैनी का कहना है कि यहां सभी लोग गांव के रहने वाले हैं. जो खेती पर निर्भर हैं फसल का पैसा आने पर वो फीस जमा कर पाते हैं. स्कूल प्रबंधन को यह बात पहले ही बता दी थी, फिर भी उनके बच्चों को क्लास से बाहर बैठाया जा रहा है. जिससे बच्चों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है और क्लास में ना बैठने के कारण बच्चों की शिक्षा पर प्रभाव पड़ रहा है.
इस संबंध में स्कूल के छात्रों का कहना है कि उन्हें फीस न जमा होने के कारण क्लास से बाहर बैठाया जाता है. जिससे हमें काफी दिक्कतें हो रही हैं. लेकिन छात्राओं ने साफ तौर पर कहा है कि उनको स्कूल के अंदर ही सीढ़ियों पर बैठाया गया, धूप में खड़ा नहीं किया गया.
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वहीं, स्कूल प्रबंधक लाल सिंह सैनी का कहना है कि अभिभावकों द्वारा स्कूल प्रबंधन पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह निराधार हैं, छात्रों को धूप में नहीं बैठाया जा रहा है. ऐसा फीस जमा नहीं करने के कारण कह रहे हैं.
फीस को लेकर सटीजेपी पब्लिक स्कूल प्रबंधन और अभिभावक आमने-सामने आ गये हैं. अभिभावक एक ओर जहां किसान होने का हवाला जे रहे हैं तो वहीं स्कूल प्रबंधन फीस जमा कराने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहा है. बहरहाल, स्कूल प्रबंधन द्वारा ऐसा करने से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. स्कूल प्रबंधन को यह बात समझनी चाहिए.