हरिद्वार: राम मंदिर निर्माण का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. अयोध्या सहित देवभूमि उत्तराखंड में त्रेतायुग जैसा माहौल बनता नजर आ रहा है. राम मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे और नींव की पहली ईंट रखेंगे. विहिप की योजना है कि 5 अगस्त को देश के हर एक घर में दीये और मोमबत्ती जलाकर दिवाली की मनाई जाए. हरिद्वार के हरकी पैड़ी पर 5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन के मौके पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा. उस दिन पूरे घाट दीपोत्सव के जरिए जगमग होंगे.
श्रीगंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ का कहना है कि 5 अगस्त का दिन ऐतिहासिक पल है, जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होगा. इस मौके पर श्रीगंगा सभा द्वारा हरकी पौड़ी पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा और उस दिन को दिवाली की तरह मनाया जाएगा.
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वहीं, राम मंदिर के भूमिपूजन की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, हलचल बढ़ती जा रही है. देशभर मे मंदिर निर्माण में सहयोग देने की गतिविधियां भी तेज हो गई हैं. भूमि पूजन के लिए उत्तराखंड की पवित्र नदियों का जल और तीर्थस्थलों की पवित्र मिट्टी अयोध्या भेजी जा रही है. अल्मोड़ा के विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम का पवित्र जल और मिट्टी अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए भेजा जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मिट्टी और जल लेकर अयोध्या जाएंगे.
इसके साथ ही चंपावत जिले के घटकू और गोलू मंदिर की मिट्टी भूमि पूजन के लिए अयोध्या भेजा जा रहा है. इस दौरान स्थानीय लोगों का कहना है कि करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनने जा रहा है. जो ऐतिहासिक पल है.