हरिद्वार: देश में रहकर तालिबानियों का समर्थन करने वालों के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने तालिबान का समर्थन करने वालों को देश का गद्दार बताया है. साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर तत्काल जेल में डाल देने की बात कही है. नरेंद्र गिरि ने कहा है कि ऐसे लोगों को तालिबान के साथ चले जाना चाहिए. इस दौरान उन्होंने शायर मुन्नवर राणा को भी आड़े हाथ लिया है.
श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि किस देश को मान्यता देनी है और उसे किस देश के साथ कैसे संबंध रखने हैं, यह काम भारत सरकार का है, न कि मुस्लिम धर्मगुरुओं का. उन्होंने कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के हालातों पर नजर बनाए हुए है और अपना काम भी कर रही है.
यूपी सरकार ने उठाया अच्छा कदम: नरेंद्र गिरि ने कहा कि योगी सरकार ने आतंकवाद और तालिबानी विचारधारा को रोकने के लिए अच्छा कदम उठाया है, जिन स्थानों पर मुस्लिम आबादी ज्यादा है वहां, 12 स्थानों पर एटीएस के ट्रेनिंग सेंटर खोलने जा रही है. उन्होंने कहा है कि एटीएस आतंकवाद का सिर कुचलने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि देश में कुछ ऐसे भी मुस्लिम धर्मगुरु हैं, जो अपना काम नहीं कर रहे हैं बल्कि आतंकवादियों का समर्थन और उन्हें पनाह दे रहे हैं.
मुन्नवर राणा चले जाएं अफगानिस्तान: मशहूर शायर मुनव्वर राणा के तालिबान का समर्थन पर महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि वे लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि उन्होंने भारतीय संविधान और भारत के लोगों पर भरोसा नहीं रह गया है. महंत नरेंद्र गिरि ने मुनव्वर राणा को भारत छोड़कर तालिबानों के साथ चले जाने की नसीहत दी है.
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महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार: अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबानी महिलाओं के साथ जिस तरह का अन्याय और अत्याचार कर रहे हैं, उसको देख कर भारत में रहने वाली मुस्लिम महिलाओं को भी तालिबान का समर्थन करने वाले मुस्लिम धर्मगुरुओं का विरोध और बहिष्कार करना चाहिए. जहां तक अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वापस लाने की बात है, तो केंद्र सरकार इस दिशा में कदम उठा भी रही है. काफी संख्या में लोगों को वापस भारत लाया भी गया है.
तालिबान का समर्थन करने वालों को मिले कड़ी सजा: उन्होंने तालिबान का समर्थन करने वाले मुस्लिम धर्मगुरुओं को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है, जिससे दूसरे लोगों को सबक मिल सके. उन्होंने खुली चुनौती देते हुए कहा है आप तालिबान के साथ चले जाइए फिर आपको पता लगेगा कि आपने भारत छोड़कर किस तरह की गलती की है.
दरअसल, शायर मुनव्वर राणा ने 19 अगस्त को ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा था कि तालिबान से ज्यादा क्रूर लोग हिंदुस्तान में भी मौजूद हैं. हिंदुस्तान को वेट एन्ड वॉच स्थिति अपनाते हुए अभी सब्र करना चाहिए. मुनव्वर राणा ने कहा कि अफगानिस्तान के हिंदुस्तान से हजारों बरस के संबंध हैं. औरंगजेब के जमाने में अफगानिस्तान भी हिंदुस्तान में हुआ करता था. इसलिए अफगानिस्तान वालों की हिंदुस्तान वालों से एक जहनी मोहब्बत है.
उन्होंने कहा कि तालिबान भी अफगानिस्तान का हिस्सा है और तालिबानी हिंदुस्तान से मोहब्बत करते हैं. उन्होंने कभी हिंदुस्तान को धोखा नहीं दिया. मुनव्वर राणा ने कहा था कि मौजूदा सूरत-ए-हाल को देखते हुए अभी भारत को वेट एंड वॉच करना चाहिए. न कि शेर आया शेर आया करके डराना चाहिए. मुनव्वर राणा ने कहा कि क्रूर लोग तो हर जगह होते हैं. उन्होंने कहा कि यह क्रूरता ही है जिसकी वजह से हिंदुस्तान में आज भी पांच करोड़ लोग भूखे सोते हैं.