हरिद्वारः भारत सरकार के नमामि गंगे विभाग द्वारा लोगों को गंगा के साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए गंगा मशाल यात्रा अपने पहले पड़ाव में हरिद्वार पहुंची. गंगा मशाल यात्रा की शुरुआत दिल्ली में 3 नवंबर को की गई थी. वहीं आज 8 नवंबर को ऋषिकेश से यात्रा को अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना किया गया. यात्रा विभिन्न राज्यों के अलग-अलग शहरों में होते हुए गंगासागर में संपन्न होगी.
भारत सरकार के नमामि गंगे मंत्रालय द्वारा भारतीय सेना की एक टुकड़ी गंगा टास्क फोर्स के सदस्यों के नेतृत्व में एक मशाल यात्रा उत्तराखंड पहुंची. मशाल यात्रा का फ्लैग ऑफ 3 नवंबर को दिल्ली में किया गया. सोमवार को यात्रा ऋषिकेश से रवाना होकर हरिद्वार के हरकी पैड़ी पहुंची, जिसका हरिद्वार में भव्य स्वागत किया गया. गंगा मशाल यात्रा के स्वागत के मौके पर हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे भी मौजूद रहे.
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डीएम ने बताया कि नमामि गंगे मंत्रालय द्वारा निकाली जा रही इस गंगा मशाल यात्रा के दो मुख्य उद्देश्य हैं. पहला उद्देश्य है कि लोगों के हृदय में गंगा की स्वच्छता के प्रति अलख जगाना है. इसके अलावा गंगा किनारे बसे लोगों की जन सहभागिता को गंगा की स्वच्छता और गंगा मिशन में अधिक से अधिक बढ़ाना है.
गंगा मशाल यात्रा को लेकर चल रही गंगा टास्क फोर्स के मेजर एलएन जोशी ने बताया कि 3 नवंबर को दिल्ली से फ्लैग ऑफ के बाद निकली यह गंगा मशाल यात्रा 8 नवंबर को ऋषिकेश से शुरू होकर 26 नवंबर को पश्चिम बंगाल के गंगा सागर में समाप्त होगी. इस दौरान यह गंगा मशाल यात्रा तकरीबन ढाई हजार किलोमीटर की यात्रा तय करेगी.