लक्सर: हरिद्वार के लक्सर में उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर निर्बल-निर्धन सहायता समिति की ओर से विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति आलोक सिंह उपस्थित रहे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज के दौर में आम आदमी को उसके अधिकारों एवं कानून की जानकारी होनी जरूरी है, इसी उद्देश्य से इस शिविर का आयोजन किया गया.
नैनीताल हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति आलोक सिंह ने लक्सर के महाराजपुर कला गांव में आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के पिछड़े क्षेत्र में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविरों का आयोजन किया जाता है. उन्होंने आम जनता से शिविर का लाभ उठाने के लिए कहा.
इस मौके पर जिला जज विवेक भारती ने कहा कि विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर के माध्यम से लोगों को अपने अधिकारों, कानून एवं केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है, जिससे लोग इसका लाभ उठा सकें. उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्राधिकरण के सदस्य होते हैं. जिससे जिला प्रशासन की योजनाओं की जानकारी जनता को मिल सके. इसके साथ ही जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में शिविर में आए लोगों को विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई.
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वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अबूदई कृष्णराज एस ने कानून संबंधी जानकारी शिविर में आए लोगों को दी. साथ ही यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करने को कहा. उन्होंने स्कूली छात्र-छात्राओं के माध्यम से यातायात नियमों को लेकर जागरुकता अभियान चलाए जाने की बात कही.
इसके अलावा शिविर में स्वास्थ्य कृषि सिंचाई पशु समेत आए अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने विभागों से संबंधित जानकारी शिविर में आए लोगों को दी गई. शिविर में एक दिव्यांग बच्चे को जहां ट्राई साइकिल उपलब्ध कराई गई तो वहीं, 100 से अधिक निर्धन परिवारों को कंबल वितरित किए गए.