हरिद्वार: हिंदी साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने के लिए डॉ. मीनू पाराशर को साहित्य गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. संस्कृति युवा संस्था द्वारा हाल ही में भारतीय गौरव पुरस्कार के लिए विश्व के 28 प्रतिभागी चयनित किए गए, जिनमें हरिद्वार की डॉ. मीनू पाराशर का नाम भी सम्मिलित था. आज पुरस्कार के चयनित प्रतिभागियों की घोषणा की गई है.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने योगदान से देश का नाम रोशन करने वाले प्रतिभावान नागरिकों को संस्कृति युवा संस्था द्वारा प्रति वर्ष भारतीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है. यह आयोजन दुबई के प्रसिद्ध अटलांटिस होटल, द पाम में 23 दिसंबर को पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुआ. उल्लेखनीय है कि संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा एवं अग्रज गणेशिया हमेशा से नवीन प्रतिभाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं. लंबे समय से हिंदी साहित्य के क्षेत्र में सृजनात्मक कार्य करते हुए डॉ. मीनू पाराशर अनेक अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में अपनी रचनात्मक भूमिका निभा चुकी हैं.
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चाहे वह अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच से उत्तराखंड की महिमा का बखान चौपाइयों द्वारा करना हो, या अंतर्राष्ट्रीय शब्द सृजन संस्थान द्वारा भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित प्रसिद्ध सितार वादक पंडित रविशंकर पर सृजन करना हो. हर जगह मीनू की लेखनी निरंतर अग्रसरित होती रही है. शीघ्र ही साहित्योदय के मंच से जन रामायण का आयोजन किया जाने वाला है. जिसमें 108 प्रतिष्ठित रचनाकार अपनी लेखनी चलाकर राम का नाम जन-जन तक पहुंचाने वाले हैं. जिसका भव्य लोकार्पण राम जन्म भूमि अयोध्या में किया जाएगा.
इसमें भगवान राम के जीवन के प्रत्येक पहलू को दर्शाया जाएगा. हर्ष की बात ये है कि ऐसे अनेक आयोजनों में डॉ.मीनू पाराशर ने आगे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. जहां लोग विदेश जाकर अपनी मातृभाषा को बोलने से कतराते हैं, वहीं डॉ. मीनू ने हिंदी भाषा में न सिर्फ लगातार सृजन किया है, बल्कि अपने क्षेत्र में हिंदी भाषा का कई वर्षों से प्रचार प्रसार भी किया है. यही नहीं टोस्ट मास्टर्स के क्षेत्र में भी हिंदी भाषा को बढ़ावा देकर उन्होंने सभी को प्रभावित किया है. मीनू एक हिंदी प्राध्यापिका एवं वक्ता के रूप में भी हिंदी भाषा से लंबे समय से जुड़ी रही हैं.