हरिद्वार: मां गंगा की निर्मलता और अविरलता समेत छह सूत्रीय मांगों को लेकर मातृ सदन हरिद्वार में अनशन पर बैठी साध्वी पद्मावती को 30 दिन हो चुके हैं. 30 वें दिन सोमवार को हरिद्वार जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी साध्वी पद्मावती का अनशन तुड़वाने मातृ सदन पहुंचे, लेकिन साध्वी के गुरू स्वामी शिवानंद ने उनके अनशन त्यागने से साफ इंकार कर दिया. शिवानंद ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार साध्वी पद्मावती की मांगों पर लिखित आश्वासन नहीं देती वे अपना अनशन नहीं तोड़ेगी.
स्वामी शिवानंद ने कहा कि इससे पहले एनएमसीजी के डायरेक्टर भी साध्वी पद्मावती का अनशन तुड़वाने उनके पास पहुंचे थे, तब उन्होंने साध्वी की मांगों पर आश्वासन दिया था. लेकिन बाद वे मुकर गए थे. ऐसी स्थिति में मात्र आश्वासन पर अनशन तोड़ने का सवाल ही नहीं उठता.
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स्वामी शिवानंद के कहा कि जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिलता है और जमीनी स्तर पर उस पर कार्य नहीं होता, तब तक अनशन समाप्त नहीं किया जाएगा.
मामले में जिलाधिकारी दीपेंद्र चौधरी ने कहा कि उन्होंने अनशन खत्म करने के लिए साध्वी पद्मावती से बात की थी. लेकिन ज्यादातर मांगे केंद्र सरकार से सम्बंधित हैं, जिन पर केंद्र सरकार की तरफ से विचार किया जा रहा है. हरिद्वार में अवैध खनन से जुड़ी मांग पर स्वामी शिवानंद संतुष्ट हैं. जिले में कहीं अवैध खनन नहीं हो रहा है और प्रशासन का लगातार प्रयास है कि जिले में किसी भी तरह का अवैध खनन न हो.