हरिद्वार: उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय (Uttarakhand Sanskrit University) के नौवें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान उन्होंने 5000 से अधिक छात्रों को डिग्री प्रदान की. इस दीक्षांत समारोह (Uttarakhand Sanskrit University convocation) की विशेष बात यह रही कि पूरा कार्यक्रम संस्कृत (Uttarakhand Sanskrit University convocation was held in Sanskrit) में आयोजित किया गया. जिसे देखकर न केवल राज्यपाल बल्कि कुलपति भी गदगद नजर आए.
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पूरा कार्यक्रम संस्कृत में होते देख राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह भाव विभोर दिखाई दिए. उन्होंने खुलकर संस्कृत भाषा को अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा उनका आज यह मिथक भी टूटा है कि संस्कृत भाषा कठिन भाषा है. साथ ही उन्होंने कहा अगले दीक्षांत समारोह में वे जब भी आएंगे तो अपना दीक्षांत भाषण संस्कृत भाषा में ही देंगे.
पढ़ें- हरिद्वार में मां मनसा देवी के नाम पर बनाया फर्जी ट्रस्ट, रवींद्र पुरी बोले- हो सकती है मेरी हत्या
राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह ने 5620 बच्चों को डिग्रियां प्रदान की. जिनमें 29 को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए. राज्यपाल ने कहा उत्तराखंड देवभूमि है. देवभूमि में संस्कृत भाषा को सभी को अपनी धरोहर और ज्ञान से जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा संस्कृत भाषा इतनी सरल और सुबोध है.
पढ़ें- करण माहरा ने संभाली कांग्रेस की कमान, 10 से अधिक विधायक कार्यक्रम से रहे गायब, पार्टी नेताओं को दी नसीहत
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. देवी प्रसाद त्रिपाठी ने कहा आज विश्वविद्यालय में 5620 बच्चों को डिग्रियां वितरित की गई हैं. जिनमें शोध उपाधि भी शामिल है. उन्होंने बताया कि प्रदान की गई उपाधियां 2019-20 और 2020-21 के सत्र के छात्रों को दी गई हैं.