लक्सरः उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर शिकन डाल दी है. पहाड़ से मैदानी क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है. बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है तो वहीं किसानों की तमाम फसलें खराब होने की कगार पर पहुंच गई है. लक्सर में बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं समेत अन्य फसलें तबाह हो गई है. जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीर पड़ गई है.
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले हुई उत्तराखंड में भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना था. वहीं, कल रात से आकाशीय बिजली गिरने के साथ ही लगातार भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते स्कूली बच्चों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर किसानों का कहना है कि खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार है. कुछ ही दिनों में गेहूं की कटाई का काम शुरू होना था, लेकिन खेतों में पानी भर गया है. साथ ही तूफान के चलते फसल पूरी तरह से पानी में गिर चुकी है. जिससे गेहूं की फसल खराब होने की कगार पर पहुंच गई.
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वहीं, किसानों ने लाखों की लागत से जो गन्ने की फसल लगाई थी, वो भी नष्ट हो चुकी है. सरसों की कटाई के बाद उसे सूखाने के लिए खेतों में छोड़ा गया था, उसका भी फल झड़ चुका है. किसानों ने बताया अगर ओलावृष्टि हो गई तो किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा. जिसकी पूर्ति किसानों को दिया जाने वाला मुआवजा भी नहीं कर पाएगा. उधर, लक्सर तहसील प्रशासन अब किसानों की बर्बाद हुई फसलों का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन कर रहा है, ताकि किसानों को बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिया जा सके.