लक्सरः हरिद्वार के लक्सर शुगर मिल द्वारा इस बार किसानों को गन्ना पर्ची मुहैया नहीं कराई जा रही है. बल्कि किसानों के घर पर्ची भेजने के बजाय ऑनलाइन मैसेज भेजे जा रहे हैं. जिससे किसानों के सामने कई परेशानियां खड़ी हो गई है. किसानों का कहना है कि कई किसान के पास मोबाइल नहीं है. कई किसान ऐसे भी हैं जिनके ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या रहती है. कई किसान ऐसे भी हैं जो अनपढ़ हैं, जो मैसेज पढ़ना नहीं जानते. ऐसे हालात में किसानों के सामने शुगर मिल को गन्ना आपूर्ति करना एक बड़ी विकट समस्या बनकर सामने खड़ी हो गई है.
किसानों का कहना है कि लक्सर शुगर मिल शुरू आज 4 दिन बीत चुके हैं. लेकिन किसानों को पर्ची नहीं मिल पाई है. इससे परेशान होकर आज किसान यूनियन भानू के कार्यकर्ताओं ने लक्सर गन्ना सहकारी समिति में सैकड़ों किसानों के साथ धरना दिया. गन्ना सहकारी समिति के विशेष सचिव को 8 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. कुछ मामले तो ऐसे रहे जिनमें गन्ना सहकारी समिति के विशेष सचिव व किसानों के बीच सहमति बन गई. लेकिन कुछ मामले ऐसे भी रहे जिनमें सहमति नहीं बन पाई. किसानों ने 8 मांग की है.
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ये हैं मांगें: शुगर मील व सहकारी समिति की ओर से गन्ना तोल सेंटर पर केवल वही क्लर्क तौलने का काम करें जिनके पास उनका आईडी प्रूफ हो. शुगर मिल में यार्ड के अंदर किसानों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था दुरुस्त की जाए. शोचालय सही ढंग से बनाए जाएं. किसानों के बैठने की व्यवस्था की जाए. टीन शेड की व्यवस्था की जाए. किसानों के घर पूर्व की तरह गन्ना पर्ची भेजी जाए. मैसेज व्यवस्था भी लागू रखी जाए. किसानों को गन्ना पर्ची कैलेंडर तत्काल मुहैया कराए जाए.
दूसरी ओर गन्ना सहकारी समिति के विशेष सचिव ने बताया कि किसानों व गन्ना सहकारी समिति के बीच सहमति बन गई है. किसानों की समस्याओं का अति शीघ्र निराकरण कर दिया जाएगा. गन्ना सहकारी समिति किसानों के लिए बनी है और किसानों को किसी भी तरह की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा.