हरिद्वारः जिलाधिकारी सी. रविशंकर की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन (DWSM) की समीक्षा बैठक की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से इस मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों के आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के संबंध में हुई प्रगति की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने इन योजनाओं की डीपीआर के संबंध में भी विस्तृत चर्चा भी की. अधिकारियों ने बताया कि कुल 26 डीपीआर तैयार किए जा चुके हैं.
जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने अधिकारियों को डीपीआर से पहले एक्शन प्लान को देखने के निर्देश दिए. जिससे वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुसार डीपीआर तैयार किया जा सके. इस पर अधिकारियों ने सपोर्टिंग एजेंसी बढ़ाते हुए सभी डीपीआर इसी महीने तैयार करने की बात कही. वहीं, डीएम ने अधिकारियों को कोई भी आदर्श गांवों को वंचित नहीं रखने के निर्देश दिए.
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बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 108 ऐसे विद्यालय हैं, जो पाइप से जोड़े जा सकते हैं. इसके अलावा जो हैंडपंप पहले से कार्यरत हैं, उनकी पानी की क्वालिटी व मात्रा सही है तो उनमें मोटर लगाए जा सकते हैं. अगर पानी की क्वालिटी ठीक नहीं है तो लैब में पानी की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी. जिसके बाद पाइप को और गहराई तक पहुंचाया जाएगा, जिससे पानी की क्वालिटी व मात्रा सही मिले.
वहीं, जिलाधिकारी रविशंकर ने निर्देश दिए कि मानकों व प्रक्रियाओं का पालन करते हुए निर्धारित लक्ष्य के तहत सभी कार्यों को पूरा करें. साथ ही आपसी सहयोग व एकजुट होकर काम करने को कहा. निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कितना लक्ष्य प्राप्त किया, उसका विवरण भी पेश करने के निर्देश दिए.