हरिद्वार: Grindr ऑनलाइन फ्रेंडशिप ऐप से दोस्ती करके ठगी करने वाली गैंग के 3 आरोपियों को जीआरपी एसओजी ने गिरफ्तार किया है. एसपी अजय गणपति कुमार के मुताबिक लंबे समय से यह गैंग सक्रिय था और कई वारदातों को अंजाम दे चुका था, लेकिन फ्रेंडशिप ऐप होने के कारण लोग बदनामी से डर रहे थे. आरोपियों के पास से 5000 की नकदी, 3 मोबाइल बरामद किए गए हैं. वहीं, गैंग के अन्य लोगों की तलाशी के लिए दबिश दी जा रही है.
क्या है Grindr एप: यह एक डेटिंग एप है और यह मोबाइल लोकेशन पर आधारित है. इस एप का उपयोग करने के लिए सबसे पहले अकाउंट बनाना होता है. इस एप के जरिए आप अन्य ऐप जैसे ही दूसरों से चैट कर सकते हैं.
बिहार से आए युवक को आरोपियों ने बनाया था निशाना: इसी साल मई में हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर दोस्ती करने के बहाने बिहार से आए युवक की मुलाकात आरोपी मोनू से हुई थी. जिसके बाद उसने अपने साथियों के साथ घूमने का प्लान बनाकर उसके साथ मारपीट कर उससे करीब 30 हजार रुपए एटीएम और यूपीआई के माध्यम से लूटे थे. जिससे पीड़ित ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई. जिसके बाद हरिद्वार जीआरपी को जांच करने के आदेश दिए गए.
पूछताछ आरोपी ने कबूला जुर्म: पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 5 मई की रात्रि को हमने और हमारे साथी मोनू पाल, रविकांत, अर्जुन और विनीत राणा उर्फ काका के साथ मिलकर Grindr एप के जरिए एक लड़के को रेलवे स्टेशन हरिद्वार से बैरागी कैंप गंगा किनारे ले जाकर उसके साथ मारपीट की. फिर उसका ATM और फोन का PIN लेकर उसके ATM व फोन के UPI के माध्यम से 29550 रुपये निकाले. गिरफ्तार आरोपियों ने अपना नाम विनीत कुमार, उत्तम कुमार और रविकांत बताया है. आरोपी विनीत कटारिया से 1000 रुपये, उत्तम कुमार से 1000 रुपये और रविकांत से 5000 रुपये बरामद किए गए हैं. वहीं, मामले में विनीत राणा, अर्जुन और मोनू पाल फरार चल रहे हैं. आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है.
ये भी पढ़ें: Check Bounce Case: 10 लाख के लोन की नहीं चुकाई किस्त, चेक हुआ बाउंस, अब हुई जुर्माने के साथ जेल की सजा
अपराध करने का तरीका: आरोपी Grindr डेटिंग एप (LGBTQ community dating app ) के माध्यम से अपनी फर्जी आईडी बनाकर लोगों को झांसे देकर अपना शिकार बनाते थे. फिर लोगों को एकांत स्थान पर ले जाकर तमंचे से धमकाते थे और ATM/UPI पिन जानकर पैसे निकालते थे. साथ ही व्यक्ति के पास मौजूद धनराशि, मोबाइल और ज्वेलरी लूट लेते थे.
ये भी पढ़ें: एम्स ऋषिकेश के सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के घर में चोरी, केरल गया हुआ है परिवार