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कांग्रेसियों ने कोरोनाकाल में दिवंगत हुए लोगों को दी श्रद्धांजलि, किया शांति यज्ञ - कोरोना से मरने वालों की आत्मा की शांति

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई. संक्रमण के डर से कई लोगों का विधि-विधान से संस्कार और कर्मकांड नहीं हो पाया. इसे देखते हुए कांग्रेस ने हरिद्वार में शांति यज्ञ किया और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की. वहीं, करीब 7 हजार लावारिस मृतकों की अस्थियों का मां गंगा में विसर्जन भी किया गया.

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शांति यज्ञ
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Published : Oct 5, 2021, 4:04 PM IST

Updated : Oct 5, 2021, 5:51 PM IST

हरिद्वारः कोरोना वायरस (Covid 19) से जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए कांग्रेसियों ने महाराजा अग्रसेन घाट पर शांति यज्ञ किया. शांति यज्ञ के साथ ही मां गंगा में पुष्प अर्पित कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की. कांग्रेसियों का कहना है कि कारोनाकाल में लाखों लोगों की अकाल मृत्यु हुई है. ऐसे में श्राद्ध पक्ष भी चल रहा है, तो उनकी आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया जा रहा है. सनातन धर्म में मृत्यु के बाद आत्मा की शांति के लिए प्रार्थन और तर्पण जरूरी है.

कांग्रेसी नेता अनिल भास्कर का कहना है कि बीते साल लाखों लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हुई. जिस प्रकार से उनका देहांत हुआ है, सनातनी परंपरा के अनुसार बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिनका तर्पण नहीं हुआ और विधि-विधान से संस्कार भी नहीं हो पाया. साथ ही कर्मकांड भी नहीं हुआ. सनातन धर्म में माना जाता है कि अगर किसी का विधिवत तरीके से संस्कार नहीं हो पाता है तो उसका दोष हमारे जीवन और समाज पर पड़ता है.

शांति यज्ञ का आयोजन.

ये भी पढ़ेंः देहरादून की नर्स कमला थापा को मरणोपरांत मिला फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवॉर्ड

उन्होंने कहा कि आज कांग्रेसियों ने मां गंगा को साक्षी मानते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है. इन दिनों श्राद्ध पक्ष भी चल रहा है तो उनकी आत्मा की शांति की कामना के लिए हवन किया भी किया गया. वहीं, सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि कोरोना से लाखों की अकाल मृत्यु हुई. उनकी मुक्ति के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह मुक्ति यज्ञ किया है. ऐसे में वो सभी कोरोना काल में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं.

अस्थियों का विसर्जन.

7 हजार मृतकों के अस्थियों का विसर्जनः हरिद्वार में आज देश के विभिन्न हिस्सों से लाए गए करीब 7 हजार लावारिस मृतकों की अस्थि कलशों का मां गंगा में विसर्जन किया गया. धर्म यात्रा महासंघ बीते करीब तीन सालों से हिंदी कश्मीरी संगम नाम के संगठन के साथ मिलकर लावारिस लोगों की अस्थियों का गंगा में विसर्जन कर रहा है. अब तक 37 हजार से अधिक लोगों का अस्थि विसर्जन करा चुके हैं. इनमें कोरोना से मृत लोगो की अस्थियों का भी विसर्जन किया गया.

हरिद्वारः कोरोना वायरस (Covid 19) से जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए कांग्रेसियों ने महाराजा अग्रसेन घाट पर शांति यज्ञ किया. शांति यज्ञ के साथ ही मां गंगा में पुष्प अर्पित कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की. कांग्रेसियों का कहना है कि कारोनाकाल में लाखों लोगों की अकाल मृत्यु हुई है. ऐसे में श्राद्ध पक्ष भी चल रहा है, तो उनकी आत्मा की शांति के लिए यज्ञ किया जा रहा है. सनातन धर्म में मृत्यु के बाद आत्मा की शांति के लिए प्रार्थन और तर्पण जरूरी है.

कांग्रेसी नेता अनिल भास्कर का कहना है कि बीते साल लाखों लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हुई. जिस प्रकार से उनका देहांत हुआ है, सनातनी परंपरा के अनुसार बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिनका तर्पण नहीं हुआ और विधि-विधान से संस्कार भी नहीं हो पाया. साथ ही कर्मकांड भी नहीं हुआ. सनातन धर्म में माना जाता है कि अगर किसी का विधिवत तरीके से संस्कार नहीं हो पाता है तो उसका दोष हमारे जीवन और समाज पर पड़ता है.

शांति यज्ञ का आयोजन.

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उन्होंने कहा कि आज कांग्रेसियों ने मां गंगा को साक्षी मानते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है. इन दिनों श्राद्ध पक्ष भी चल रहा है तो उनकी आत्मा की शांति की कामना के लिए हवन किया भी किया गया. वहीं, सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि कोरोना से लाखों की अकाल मृत्यु हुई. उनकी मुक्ति के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह मुक्ति यज्ञ किया है. ऐसे में वो सभी कोरोना काल में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं.

अस्थियों का विसर्जन.

7 हजार मृतकों के अस्थियों का विसर्जनः हरिद्वार में आज देश के विभिन्न हिस्सों से लाए गए करीब 7 हजार लावारिस मृतकों की अस्थि कलशों का मां गंगा में विसर्जन किया गया. धर्म यात्रा महासंघ बीते करीब तीन सालों से हिंदी कश्मीरी संगम नाम के संगठन के साथ मिलकर लावारिस लोगों की अस्थियों का गंगा में विसर्जन कर रहा है. अब तक 37 हजार से अधिक लोगों का अस्थि विसर्जन करा चुके हैं. इनमें कोरोना से मृत लोगो की अस्थियों का भी विसर्जन किया गया.

Last Updated : Oct 5, 2021, 5:51 PM IST
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