रुड़की: कृषि कानूनों के विरोध में जहां किसान पिछले करीब तीन माह से आन्दोलरन हैं. वहीं, कांग्रेस भी किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में झबरेड़ा के कुंजा बहादुरपुर से इकबालपुर तक पदयात्रा निकालकर कृषि कानूनों का विरोध किया गया. इस दौरान बड़ी तादाद में काग्रेसी पदयात्रा में शामिल हुए.
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़ कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा किसान कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर है और कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस किसानों के संघर्ष में साथ है. किसान दिल्ली में आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. साथ ही राज्य सरकार ने आजतक किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं किया है, जिससे किसान परेशान हैं. हरीश रावत ने कहा कि इस यात्रा का मकसद किसानों को मजबूत करना है.
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बता दें, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रुड़की के कुंजा बहादुरपुर पहुंचे, जहां उन्होंने कृषि कानून के विरोध में पदयात्रा निकाली. इस दौरान प्रशासन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भी प्रेषित किया.