हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले के बीच कोरोना के बढ़ते मामले स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से 500 चिकित्सकों की मांग की गई थी. दूसरे प्रदेशों और कई गैर-सरकारी संगठनों ने कुंभ मेले के लिए डॉक्टर को भेजने की बात कही थी. लेकिन दूसरे प्रदेशों में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण मेला स्वास्थ्य विभाग को अभी तक 320 डॉक्टर ही मिल पाए हैं. ऐसे में हरिद्वार कुंभ मेले में लाखों की संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं की जांच और कोरोना गाइडलाइन का पालन स्वास्थ्य विभाग के लिए टेढ़ी खीर बनी हुई है.
कुंभ मेले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि फिलहाल उपलब्द डॉक्टरों की सेवा ली जा रही है. मेला क्षेत्र में कोरोना की जांच बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है. हमारा प्रयास हरिद्वार महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराना है.
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कोरोना को लेकर लक्सर में निरीक्षण
हरिद्वार के लक्सर में जिलाधिकारी सी रविशंकर और जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने पुरकाजी- खानपुर बॉर्डर चेक पोस्ट का निरीक्षण किया. साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना जांच की जानकारी ली. जिलाधिकारी ने बताया कि महाकुंभ हरिद्वार में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और कोरोना-19 की गाइडलाइन का पालन कराना जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है.
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प्रतापनगर में कोरोना वैक्सीन को लेकर लोग परेशान
टिहरी के प्रतापनगर में कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते लोग परेशान रहे. लंबगांव सीएचसी में 15 मार्च से वैक्सीन लगाने का काम चल रहा है. रोजाना बड़ी संख्या में लोग कोरोना वैक्सीन लगाने आ रहे हैं. लेकिन वैक्सीन की कमी के चलते ज्यादातर लोग बिना वैक्सीनेशन के ही लौट रहे हैं. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वैक्सीन की कमी के कारण सभी लोगों को वैक्सीन नहीं लग पा रही है. अब लोगों को टोकन बांटकर वैक्सीन लगाई जा रही है. अब तक 1680 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
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खटीमा में वैक्सीनेशन बढ़ाने के प्रयास
उधमसिंह नगर के खटीमा में नागरिक चिकित्सालय द्वारा वैक्सीनेशन बढ़ाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. खटीमा में अभी तक कुल 9 वैक्सीनेशन सेंटर खोले जा चुके हैं. साथ ही ईस्टर इंडस्ट्री कारखाने में भी कोविड वैक्सीनेशन सेंटर की स्थापना की गई
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तीर्थनगरी ऋषिकेश में व्यवसायी परेशान
तीर्थनगरी ऋषिकेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार ने चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी कर रही है. इसी के साथ कुंभ में भी बगैर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट के बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं दी जा रही है. इसी के मद्देनजर तपोवन क्षेत्र के लीज ऑनर्स होटल एसोसिएशन के सदस्यों ने नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि सरकार बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों और यात्रियों पर नए-नए तरह के प्रतिबंध लगा रही. इससे उनका व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है. लीज ऑनर्स होटल एसोसिएशन ने मांग उठाई है कि सरकार उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों और यात्रियों के लिए बॉर्डर को पूरी तरह खोले जाएं.
लैंसडाउन में भी कोरोना की दस्तक
लैंसडाउन कैंट एरिया में भी कोरोना वायरस दस्तक दे दी है. कैंट परिषद के सफाई निरीक्षक दीपक मिश्रा रैपिड एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गये, जबकि मुख्य अधिशासी अधिकारी शिल्पा ग्वाल की आरटीपीसीआर सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई. स्वास्थ्य विभाग ने दोनों अधिकारियों को होम आइसोलेट कर उपचार शुरू कर दिया है. संक्रमित के संपर्क में आए 25 कर्मचारियों का आरटीपीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है.
रुद्रप्रयाग में बढ़ रहे कोरोना के मामले
रुद्रप्रयाग में भी लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है. बाहरी राज्यों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से बार्डर पर पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा जिले में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश जिलाधिकारी की ओर से जारी हो गये हैं. साथ ही आम जनता को मास्क पहनने के लिये कहा जा रहा है. रुद्रप्रयाग जनपद में अभी तक 25 हजार 224 लोगों को कोरोना वैक्शीन लग चुकी है.