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मुख्यमंत्री के आग्रह पर बैरागी अखाड़ों के साधु-संतों ने खत्म किया धरना

राज्यमंत्री यतीश्वरानंद और निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि के बैठक के बाद साधु-संतों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया है. साधु-संत अवैध निर्माण पर कार्रवाई से नाराज होकर धरने पर बैठे थे.

धरने पर बैठे साधु.संत
धरने पर बैठे साधु.संत
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Published : May 20, 2021, 9:28 AM IST

हरिद्वार: कुंभ मेला समाप्त होने के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बैरागी कैंप के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया था. जिसके विरोध में तीनों अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा धरना दिया जा रहा था. वहीं राज्यमंत्री यतीश्वरानंद और निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाश आनंद गिरी के साथ बैठक के बाद बैरागी अखाड़ों के साधु संतों ने धरना खत्म कर दिया है. जिला प्रशासन द्वारा 15 मई को बैरागी कैंप में बैरागी अखाड़ों द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की गई थी.

साधु-संतों ने खत्म किया धरना
साधु-संतों ने खत्म किया धरना

इसके विरोध में बैरागी अखाड़ों के साधु-संत धरने पर बैठे थे. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद द्वारा साधु संतों के साथ बैठक की गई. बैठक के बाद बैरागी अखाड़ों के साधु-संतों ने धरने को खत्म करने का ऐलान किया.

राज्यमंत्री यतीश्वरानंद ने साधु-संतों को बताया धरोहर

राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का कहना है कि साधु-संत देश की धरोहर हैं. धरने पर बैठे साधु-संतों से मुख्यमंत्री द्वारा आग्रह किया गया कि धरने को खत्म किया जाए. संतों ने मुख्यमंत्री के आग्रह को स्वीकार किया और धरने को खत्म किया, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी.

आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कहा कोर्ट के आदेश का पालन होना चाहिए
बैरागी अखाड़ों द्वारा दिए जा रहे धरने को समाप्त कराने के लिए पहुंचे निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का कहना है कि बैरागी के तीनों अखाड़े के वरिष्ठ साधु-संत धरने पर बैठे थे. इसको लेकर हमारे द्वारा मुख्यमंत्री से बात की गई थी, जिसके बाद उन्होंने संतों से मुलाकात करने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सभी संतों को पालन करना चाहिए.

पढ़ें: रीता सूरी को मिलेगी सुरक्षा, HC ने दून एसएसपी को दिए आदेश

निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष ने क्या कहा?
प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से धरने पर बैठे निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर चर्चा की और उसके बाद धरने को समाप्त किया. आगे शासन द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा, उससे भी सभी को अवगत करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें आश्वासन मिला है कि बैरागी कैंप की भूमि रामकृष्ण की है और यहां पर धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं, जबकि कोई भी निर्माण नहीं किया जा सकता है.

हरिद्वार: कुंभ मेला समाप्त होने के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बैरागी कैंप के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया था. जिसके विरोध में तीनों अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा धरना दिया जा रहा था. वहीं राज्यमंत्री यतीश्वरानंद और निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाश आनंद गिरी के साथ बैठक के बाद बैरागी अखाड़ों के साधु संतों ने धरना खत्म कर दिया है. जिला प्रशासन द्वारा 15 मई को बैरागी कैंप में बैरागी अखाड़ों द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की गई थी.

साधु-संतों ने खत्म किया धरना
साधु-संतों ने खत्म किया धरना

इसके विरोध में बैरागी अखाड़ों के साधु-संत धरने पर बैठे थे. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद द्वारा साधु संतों के साथ बैठक की गई. बैठक के बाद बैरागी अखाड़ों के साधु-संतों ने धरने को खत्म करने का ऐलान किया.

राज्यमंत्री यतीश्वरानंद ने साधु-संतों को बताया धरोहर

राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का कहना है कि साधु-संत देश की धरोहर हैं. धरने पर बैठे साधु-संतों से मुख्यमंत्री द्वारा आग्रह किया गया कि धरने को खत्म किया जाए. संतों ने मुख्यमंत्री के आग्रह को स्वीकार किया और धरने को खत्म किया, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही प्रशासन द्वारा कार्रवाई की गई थी.

आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कहा कोर्ट के आदेश का पालन होना चाहिए
बैरागी अखाड़ों द्वारा दिए जा रहे धरने को समाप्त कराने के लिए पहुंचे निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि का कहना है कि बैरागी के तीनों अखाड़े के वरिष्ठ साधु-संत धरने पर बैठे थे. इसको लेकर हमारे द्वारा मुख्यमंत्री से बात की गई थी, जिसके बाद उन्होंने संतों से मुलाकात करने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सभी संतों को पालन करना चाहिए.

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निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष ने क्या कहा?
प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से धरने पर बैठे निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर चर्चा की और उसके बाद धरने को समाप्त किया. आगे शासन द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा, उससे भी सभी को अवगत करा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें आश्वासन मिला है कि बैरागी कैंप की भूमि रामकृष्ण की है और यहां पर धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं, जबकि कोई भी निर्माण नहीं किया जा सकता है.

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