हरिद्वार: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ऋषिकुल आयुर्वेद महाविद्यालय से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक रैली निकाल कर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री ने नाम एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें कर्मचारियों ने उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के गोल्डन कार्ड, पदोन्नति और ग्रेड-पे के साथ साथ 10 मांगों के साथ ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया. इस अवसर पर कर्मचारियों ने कहा अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी तो कर्मचारी अपने हक की लड़ाई को उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे.
इस दौरान चतुर्वेदी श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने कहा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ दोहरा व्यवहार किया जाता है. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर कुछ अधिकारियों के साथ कार्य करते हैं. इतना ही नहीं जो कार्य उच्च अधिकारी भी नहीं कर सकते उन कार्यो को भी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बिना किसी हिचक के करते हैं. वे आमजन की सेवा करते हैं. बावजूद इसके कर्मचारियों का लगातार उत्पीड़न होता आया है.
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उन्होंने कहा हम गोल्डन कार्ड चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को मनाने की मांग कर रहे हैं. जिसके लिए आज हमने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा अगर समय रहते उनकी मांगें नहीं मानी गई तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मिलकर एक उग्र आंदोलन करेंगे. जिसकी जिम्मेदार सरकार खुद होगी. कर्मचारी रोहित मनोचा ने बताया काफी समय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति भी नहीं हुई है. इतना ही नहीं जो आय आती है वह भी काफी लेट आती है. इसी के साथ कई पेंशनधारी भी परेशान हैं. उनको भी पेंशन समय पर नहीं मिल पाती है.