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अखाड़ा परिषद ने किया साध्वी प्रज्ञा का समर्थन, राम मंदिर को लेकर भी दिया बड़ा बयान

नरेंद्र गिरी ने कहा कि अगर साध्वी प्रज्ञा में सच में ऐसी शक्ति है तो उन्होंने उस पुलिस वाले को क्यों श्राप नहीं दिया. जिसने उन्हें मारा था या फिर अपने धुर विरोधी दिग्विजय सिंह को क्यों श्राप नहीं दिया.

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Published : Apr 26, 2019, 10:06 PM IST

Akhara Parishad

हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि साध्वी प्रज्ञा को जेल में बहुत यातनाएं दी गई हैं, लेकिन उन्होंने शहीद हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिया है वे उसका समर्थन नहीं करते हैं.

अखाड़ा परिषद ने किया साध्वी प्रज्ञा का समर्थन

पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा के बयानों पर दो धड़ों में बंटा संत समाज, समर्थन में उतरे जूना अखाड़े के थानापति

नरेंद्र गिरी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल से चुनाव लड़ रही हैं हम चाहते हैं कि साध्वी चुनाव जीतें. साध्वी प्रज्ञा ने अपना एक अखाड़ा बनाया है जिसको लेकर अखाड़ा परिषद का उनसे विवाद है. लेकिन मेरा उनसे कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं है.

नरेंद्र गिरी ने कहा कि जिस तरह से साध्वी प्रज्ञा ने अपनी आप बीती सुनाई है. उससे किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लेकिन साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिया है उसमें वे उनके साथ नहीं हैं. साध्वी प्रज्ञा के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु कैसे होती है ये भगवान के हाथों में हैं. इसलिए वे हेमंत करकरे को लेकर दिए गए बयान को गलत मानते है और इसका विरोध करते हैं.

पढ़ें- बाबा केदार की पूजा के लिए देने होंगे 2500 रुपए, मंदिर समिति ने आय बढ़ाने के लिए बढ़ाई फीस

नरेंद्र गिरी ने कहा कि अगर साध्वी प्रज्ञा में सच में ऐसी शक्ति है तो उन्होंने उस पुलिस वाले को क्यों श्राप नहीं दिया. जिसने उन्हें मारा था या फिर अपने धुर विरोधी दिग्विजय सिंह को क्यों श्राप नहीं दिया. गिरी ने साध्वी प्रज्ञा को नसीहत देते हुए कहा कि वे एक सांसद बनने जा रही हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए.

बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने बयान दिया था कि मुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरे ने उन्हें गलत तरीके से फंसाया. साथ ही उनकी मौत को लेकर भी कुछ अपत्तिजनक बयान दिया था. एक सभा में साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो. लेकिन हेमंत करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लाऊंगा और साध्वी को नहीं छोड़ूंगा.

हरिद्वार कुंभ को लेकर जताई चिंता
धर्मनगरी हरिद्वार में 2021 में होने वाले महांकुभ होना है. लेकिन अभीतक शासन और प्रशासन ने इसको लेकर अपनी तैयारी शुरू नहीं की है. हरिद्वार में मूलभूत सुविधाओं का बुरा हाल है. राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य का काम भी अधूरा पड़ा है. ऐसे में नरेंद्र गिरी ने अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि हरिद्वार में प्रयागराज जैसी नहीं तो कम से कम कुछ तो उस तरह की व्यवस्थाएं महाकुंभ के दौरान होनी चाहिए.

राम मंदिर को लेकर दिया बयान
नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दा आने के बाद लोग मंदिर को भूल गए है. क्योंकि राष्ट्रीय मुद्दा राम मंदिर से बड़ा है. राम मंदिर का मामल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. राम मंदिर का निर्माण आपसी सहमति से ही होगा.

हरिद्वार: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि साध्वी प्रज्ञा को जेल में बहुत यातनाएं दी गई हैं, लेकिन उन्होंने शहीद हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिया है वे उसका समर्थन नहीं करते हैं.

अखाड़ा परिषद ने किया साध्वी प्रज्ञा का समर्थन

पढ़ें- साध्वी प्रज्ञा के बयानों पर दो धड़ों में बंटा संत समाज, समर्थन में उतरे जूना अखाड़े के थानापति

नरेंद्र गिरी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ भोपाल से चुनाव लड़ रही हैं हम चाहते हैं कि साध्वी चुनाव जीतें. साध्वी प्रज्ञा ने अपना एक अखाड़ा बनाया है जिसको लेकर अखाड़ा परिषद का उनसे विवाद है. लेकिन मेरा उनसे कोई व्यक्तिगत मतभेद नहीं है.

नरेंद्र गिरी ने कहा कि जिस तरह से साध्वी प्रज्ञा ने अपनी आप बीती सुनाई है. उससे किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लेकिन साध्वी प्रज्ञा ने हेमंत करकरे को लेकर जो बयान दिया है उसमें वे उनके साथ नहीं हैं. साध्वी प्रज्ञा के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु कैसे होती है ये भगवान के हाथों में हैं. इसलिए वे हेमंत करकरे को लेकर दिए गए बयान को गलत मानते है और इसका विरोध करते हैं.

पढ़ें- बाबा केदार की पूजा के लिए देने होंगे 2500 रुपए, मंदिर समिति ने आय बढ़ाने के लिए बढ़ाई फीस

नरेंद्र गिरी ने कहा कि अगर साध्वी प्रज्ञा में सच में ऐसी शक्ति है तो उन्होंने उस पुलिस वाले को क्यों श्राप नहीं दिया. जिसने उन्हें मारा था या फिर अपने धुर विरोधी दिग्विजय सिंह को क्यों श्राप नहीं दिया. गिरी ने साध्वी प्रज्ञा को नसीहत देते हुए कहा कि वे एक सांसद बनने जा रही हैं. ऐसे में उन्हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए.

बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने बयान दिया था कि मुंबई एटीएस के चीफ हेमंत करकरे ने उन्हें गलत तरीके से फंसाया. साथ ही उनकी मौत को लेकर भी कुछ अपत्तिजनक बयान दिया था. एक सभा में साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो. लेकिन हेमंत करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लाऊंगा और साध्वी को नहीं छोड़ूंगा.

हरिद्वार कुंभ को लेकर जताई चिंता
धर्मनगरी हरिद्वार में 2021 में होने वाले महांकुभ होना है. लेकिन अभीतक शासन और प्रशासन ने इसको लेकर अपनी तैयारी शुरू नहीं की है. हरिद्वार में मूलभूत सुविधाओं का बुरा हाल है. राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्य का काम भी अधूरा पड़ा है. ऐसे में नरेंद्र गिरी ने अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि हरिद्वार में प्रयागराज जैसी नहीं तो कम से कम कुछ तो उस तरह की व्यवस्थाएं महाकुंभ के दौरान होनी चाहिए.

राम मंदिर को लेकर दिया बयान
नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दा आने के बाद लोग मंदिर को भूल गए है. क्योंकि राष्ट्रीय मुद्दा राम मंदिर से बड़ा है. राम मंदिर का मामल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. राम मंदिर का निर्माण आपसी सहमति से ही होगा.

Intro:फीड लाइव व्यू से भी भेजी गई है

हरिद्वार महाकुंभ में अब चंद महीने बचे हैं लेकिन महाकुंभ की तैयारियां तो दूर की बात अभी तक भी मूलभूत सुविधाओं तक का हरिद्वार में बुरा हाल है हरिद्वार की तमाम सड़कें खस्ताहाल है राष्ट्रीय राजमार्ग भी अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है हरिद्वार में अभी भी कम से कम चार फ्लाईओवर अधूरे पड़े हैं टूटी फूटी सड़कें अधूरे फ्लाईओवर बिजली पानी और ट्रांसपोर्ट की बदहाल व्यवस्था शासन प्रशासन की सक्रियता पर सवालिया निशान लगा रही है प्रयाग कुंभ के बाद पहली बार हरिद्वार पहुंचे अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने प्रयाग कुंभ की जमकर तारीफ करते हुए उत्तराखंड सरकार को आईना दिखाने का प्रयास किया उन्होंने 2021 में लगने वाले हरिद्वार महाकुंभ के लिए अभी तक तैयारियां तक शुरू नहीं होने पर चिंता जाहिर की उन्होंने कहा कि हरिद्वार में प्रयागराज जैसी नहीं तो कम से कम कुछ तो उस तरह की व्यवस्थाएं यहां भी कराई जा सकती है


Body:हरिद्वार में साल 2021 में कुम आयोजित होना है महाकुंभ का पर नगर महाकुंभ जैसा आयोजन कैसे हो पायेगा इसको लेकर अभी से सवाल खड़े हो रहे हैं उत्तराखंड के चारो प्रवेश द्वारों से प्रवेश करने पर ही आप का आमना सामना होगा टूटी-फूटी सड़कों से अधूरे पड़े फ्लाईओवर से यही नहीं अधूरे पड़े राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह सड़कों में गड्ढे की वजह से जगह-जगह जाम से जब आपका सामना होगा तो आप भी सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि मात्र डेढ़ साल बाद ऐसी उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ जैसा विशालकाय धार्मिक आयोजन कैसे हो पाएगा जी हां फिलहाल तो धर्म नगरी की हकीकत यही है और इस बार कुंभ जैसे आयोजनों से जुड़े साधु संत चिंता भी जता चुके हैं मगर ना तो राज्य सरकार और ना ही केंद्र सरकार ने अभी तक इसकी सुध ली है अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र जी ने कहा कि 23 मई के बाद आने वाले कुम्भ पर सरकार को ध्यान देना चाहिए जिस तरह का भव्य कुंभ प्रयागराज में हुआ उस तरह का कुंभ यहां भी होना चाहिए उन्होंने कहा कि हरिद्वार में फिलहाल कुंभ कार्य कछुआ गति से चल रहे हैं ना तो फूलों का काम हो पा रहा है ना ही सड़कों का उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ को भव्य बनाने के लिए नीलधारा में कुंभ नगरी बसाई जाएं

बाइट-- महंत नरेंद्र गिरी--अध्यक्ष अखाड़ा परिषद

महंत नरेंद्र जी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर बोलते हुए कहा कि शादी को शहीदों को लेकर बयान देने से पहले सोचना चाहिए वह सांसद होने जा रही है इसके लिए भाजपा का धन्यवाद जो उनको टिकट दिया उन्होंने कहा कि वह एक साध्वी है और साधु संत इसलिए उनको ही वोट देंगे उन्होंने साध्वी प्रज्ञा को अपना पूर्ण समर्थन देने की बात कही उन्होंने कहा कि साध्वी के साथ जो हुआ वह गलत हुआ उन्होंने बहुत अधिक कष्ट सहा है उनका कहना है कि जिस पार्टी में भगवा आतंकवाद कहकर प्रचारित किया उस पार्टी को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा नरेंद्र गिरी का कहना है कि यूपी में आजमगढ़ में जहां पहले युवा आतंकवाद की तरफ बढ़ रहे थे वही भाजपा सरकार आने के बाद इस पर रोक लगी है

बाइट-- महंत नरेंद्र गिरी--अध्यक्ष अखाड़ा परिषद

महेंद्र नरेंद्र गिरी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर भी बयान दिया उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दा आने के बाद राम मंदिर मुद्दे को लोग भूल गए हैं क्योंकि राष्ट्रीय मुद्दा राम मंदिर से बड़ा मुद्दा है राम मंदिर का मुद्दा सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है और राम मंदिर का निर्माण आपसी सहमति से ही होगा

बाइट-- महंत नरेंद्र गिरी--अध्यक्ष अखाड़ा परिषद


Conclusion:हरिद्वार में 2021 में होने जा रहे कुंभ को लेकर सरकार द्वारा बढ़ती जा रही लापरवाही से अखाड़ा परिषद भी नाराज नजर आ रहा है अब वह सिर्फ 23 मई का इंतजार कर रहे हैं चुनाव का काम संपन्न हो और सरकार से लेकर अधिकारी तक कुंभ को गंभीरता से लेकर जो कार्य शेष बचे हैं उन्हें तेजी से पूर्ण कराएं अब देखना यह होगा कि अखाड़ा परिषद की मांग को सरकार कितनी गंभीरता से लेती है
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