देहरादून: युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेस भवन में धरना देकर राज्य सरकार के खिलाफ रोष जताया. इस दौरान यूथ कांग्रेस ने मजदूर और श्रमिक को मनरेगा से रोजगार, क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाओं को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की. साथ ही कोरोना काल में राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए. कार्यकर्ताओं ने सरकार द्वारा मांगों की अनदेखी करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र नेगी का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार गरीबों और मजदूरों को दस हजार रुपये देने के अलावा आगामी छह महीने तक साढ़े सात हजार रुपये देने का काम करें. ताकि कोरोना महामारी से प्रभावित हुए श्रमिकों को थोड़ी राहत मिल सके. इसके साथ ही मनरेगा में कम से कम एक वर्ष में दो सौ दिनों का रोजगार मुहैया कराए.
उन्होंने कहा प्रदेश में वापस आ रहे प्रवासियों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्थाएं बदहाल है. ऐसे में राज्य सरकार प्रदेश के सभी क्वारंटाइन सेंटरों की स्थिति को सुधारते हुए प्रवासियों के लिए उचित रहने और खाने की उचित व्यवस्था करनी चाहिए.
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यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि बेमौसम बरसात से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. यूथ कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि आर्थिक संकट से जूझ रहे किसानों को राहत देने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाए. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के पास पीएम केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में करोड़ों रुपए जमा जमा हैं. लेकिन सरकार की तरफ से किसी भी प्रवासी और गरीब श्रमिकों के खातों में सीधे पैसे नहीं डाले जा रहे हैं. जिस कारण घर लौटे युवा बेरोजगारों और श्रमिकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.