देहरादून: उत्तराखंड भवन एवं संन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव मधु नेगी की वित्तीय पावर सीज कर दी गई है. खास बात यह है कि इससे पहले कर्मकार कल्याण बोर्ड में विभागीय मंत्री और बोर्ड अध्यक्ष के बीच सीधी जंग दिखाई दी थी. जिसके बाद सचिव के खिलाफ बोर्ड अध्यक्ष की तरफ से एक के बाद एक कार्रवाई की गई हैं.
कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव मधु नेगी फिर बोर्ड अध्यक्ष के निशाने पर हैं. अब बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने सचिव मधु नेगी की वित्तीय पावर को भी सीज कर दिया है. खास बात ये है कि इस दौरान सचिव मधु नेगी को डीबीटी और वेतन को लेकर छूट दी गयी है. इसके अलावा बाकी वित्तीय अधिकार पूरी तरह से सीज किये गए हैं.
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हैरानी की बात यह है कि इससे श्रम बोर्ड से जुड़ी कई योजनाएं प्रभावित हो रही हैं. लेकिन इन सब बातों को दरकिनार करते हुए आपसी जंग में एक के बाद एक फैसले दिए जा रहे हैं. इन्हीं में से एक अध्यक्ष का सचिव को हटाए जाने से जुड़ा आदेश भी रहा. इस मामले को लेकर कर्मकार कल्याण बोर्ड की सचिव मधु नेगी कहती हैं कि उनके डीबीटी और वेतन को छोड़कर सभी वित्तीय अधिकारों पर रोक लगाई गई है. उन्होंने कहा यह आदेश नियम विरुद्ध है, लेकिन इसके बावजूद भी उनका सम्मान रखते हुए इसका पालन किया गया है.
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खास बात यह है कि वित्तीय अधिकारों पर रोक के बाद न केवल सचिव बल्कि अध्यक्ष समेत श्रम मंत्री को दी गई गाड़ियों में डीजल नहीं भरवाया जा पा रहा है. दरअसल जिस पेट्रोल पंप से इन गाड़ियों के डीजल का अनुबंध है उसका बोर्ड पर करीब ढाई लाख रुपए बकाया है. ऐसे में अब पेट्रोल पंप ने भी डीजल देने से इनकार कर दिया है. अब इन तीनों ही गाड़ियों में अधिकारी अपनी जेब से डीजल डलवा रहे हैं.