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जल्द निकलेगी गंगा अविरल यात्रा, पंच प्रयाग को बड़े डैमों से बचाने का संकल्प

स्था का कहना है कि सरकारें धीरे-धीरे उत्तराखंड के पांच प्रयागों को बांध माफिया को भेज देंगे. जिससे गंगा और अन्य नदियों की निर्मलता एवं अविरलता खत्म हो जाएगी.

जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी.
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Published : Apr 25, 2019, 7:37 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के सपने को पूरा करने के लिए बड़े-बड़े बांधों के निर्माणों को स्वीकृति दी जा रही है. जिसका समाजिक संस्था लगातार पुरजोर तरीके से विरोध करती आई है. नदियों के लिए काम कर रही जल बिरादरी संस्था प्रदेश में बन रहे बड़े बांधों के विरोध में गंगा अविरल यात्रा निकालने जा रही है.

जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी.

जल बिरादरी संस्था ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड में राजनीतिक पार्टियों अपने स्वार्थ के लिए दर्जनों बांधों की स्वीकृति बांध माफिया को दे रही है. उन्होंने कहा कि इन बांधों के बनने से उत्तराखंड के लोगों का पलायन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. संस्था का कहना है कि सरकारें धीरे-धीरे उत्तराखंड के पांच प्रयागों को बांध माफिया को भेज देंगे. जिससे गंगा और अन्य नदियों की निर्मलता एवं अविरलता खत्म हो जाएगी.

पढे़ं- एम्स में नौकरी के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का सरगना फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार

जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी का कहना है कि पंच प्रयागों में सरकार ने 24 बांधों की स्वीकृति दी है. जिन्हें बचाने के लिए गंगा अविरल यात्रा निकाली जा रही है. जिसके लिए जल बिरादरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व विख्यात जल पुरुष राजेंद्र सिंह सात दिवसीय गंगा अविरलता यात्रा का शुभारंभ देहरादून से करेंगे. जो देहरादून, ऋषिकेश, देवप्रयाग, पौड़ी, श्रीनगर होते हुए विष्णुप्रयाग पहुंचेंगे.

जिसके बाद आखिर में देश के अंतिम गांव बदरीनाथ माणा गांव में जाकर जनसंपर्क करेंगे. इस यात्रा में जनता को बड़े बांधों के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर डैम बनाए जाएं तो छोटे-छोटे डैम बनाए जाने चाहिए.

देहरादून: उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने के सपने को पूरा करने के लिए बड़े-बड़े बांधों के निर्माणों को स्वीकृति दी जा रही है. जिसका समाजिक संस्था लगातार पुरजोर तरीके से विरोध करती आई है. नदियों के लिए काम कर रही जल बिरादरी संस्था प्रदेश में बन रहे बड़े बांधों के विरोध में गंगा अविरल यात्रा निकालने जा रही है.

जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी.

जल बिरादरी संस्था ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड में राजनीतिक पार्टियों अपने स्वार्थ के लिए दर्जनों बांधों की स्वीकृति बांध माफिया को दे रही है. उन्होंने कहा कि इन बांधों के बनने से उत्तराखंड के लोगों का पलायन दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. संस्था का कहना है कि सरकारें धीरे-धीरे उत्तराखंड के पांच प्रयागों को बांध माफिया को भेज देंगे. जिससे गंगा और अन्य नदियों की निर्मलता एवं अविरलता खत्म हो जाएगी.

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जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी का कहना है कि पंच प्रयागों में सरकार ने 24 बांधों की स्वीकृति दी है. जिन्हें बचाने के लिए गंगा अविरल यात्रा निकाली जा रही है. जिसके लिए जल बिरादरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व विख्यात जल पुरुष राजेंद्र सिंह सात दिवसीय गंगा अविरलता यात्रा का शुभारंभ देहरादून से करेंगे. जो देहरादून, ऋषिकेश, देवप्रयाग, पौड़ी, श्रीनगर होते हुए विष्णुप्रयाग पहुंचेंगे.

जिसके बाद आखिर में देश के अंतिम गांव बदरीनाथ माणा गांव में जाकर जनसंपर्क करेंगे. इस यात्रा में जनता को बड़े बांधों के नुकसान के बारे में जागरूक किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर डैम बनाए जाएं तो छोटे-छोटे डैम बनाए जाने चाहिए.

Intro:प्रदेश सरकार उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश बनाने में जुटा हुआ हैं।जिसके लिए सरकार लगातार काम कर रही है और प्रदेश के कई जगहों पर बड़े बड़े डेम भी बना रही है जिससे कि प्रदेश में विधुत ऊर्जा हो सके।तो वही दूसरी ओर कई सामाजिक संस्था इन बड़े डेमो का बहिष्कार भी कर रहे है।सरकार से सामजिक छोटे छोटे डेम बनाने की लिए जल बिरादरी संस्था गंगा अविरल यात्रा निकालने जा रही है।


Body:जल बिरादरी संस्था ने प्रेस वार्ता करते हुए आरोप लागये की उत्तराखंड में राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने स्वार्थ एवं पार्टी का खर्चा चलाने के लिए दर्जनों बांधों की स्वीकृति बांध माफिया को दी जा रही है। और इन बांधों के बनने से उत्तराखंड के लोगों का पलायन प्रतिदिन दिन बढ़ता जा रहा है।ओर इन बांधों से यहां के बचे हुए गांव वालों को मुआवजा का लालच देकर राज्य से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।जिससे यहां के लोग पलायन होने को पर मजबूर हो जाएंगे।और यहां के स्थानीय लोगों को विकास का कोई फायदा नहीं होगा उसके बाद धीरे-धीरे हमारी सरकारें उत्तराखंड के पांच प्रयागों को बांध माफिया को भेज देंगे। जिससे गंगा की निर्मलता अविरलता खत्म हो जाएगी।क्योंकि हम पहाड़ियों की पहचान गंगा हिमालय पंच प्रयागओं से ही है जो कि बांध बनने से खत्म हो जाएगी। जिसके चलते हमारे जल बिरादरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व विख्यात जल पुरुष राजेंद्र सिंह सात दिवसीय गंगा अविरलता यात्रा का शुभारंभ देहरादून से करेंगे। जोकि देहरादून,ऋषिकेश,देवप्रयाग,पौड़ी,श्रीनगर और उसके बाद रुद्र प्रयाग,कर्णप्रयाग,विष्णुप्रयाग पहुंचेंगे।ओर आखिर में देश के अंतिम गांव बद्रीनाथ माणा गांव में जाकर जनसंपर्क करेंगे


Conclusion:जल बिरादरी संस्था की प्रदेश अध्यक्ष विनीता चौधरी का कहना है कि पंच प्रयाग में सरकार ने जो 24 बांधों की स्वीकृति मिली है इनको बचाने के लिए गंगा अविरल यात्रा निकाली जा रही है साथ ही उनका यह भी कहना है कि अगर डैम को सरकार बनाना ही चाहती है तो छोटे-छोटे डैम बनाने चाहिए।

बाइट-विनीता चौधरी(प्रदेश अध्यक्ष,जल बिरादरी संस्था)
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