देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना की मार हर वर्ग को झेलनी पड़ रही है. ऐसे में देश-प्रदेश की आर्थिकी गतिविधियों में भी मंदी दर्ज की गई है. उत्तराखंड परिवहन निगम भी इससे अछूता नहीं है. ऐसे में आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवहन निगम ने अब अपने कर्मचारियों के भत्तों में कटौती करना शुरू कर दिया है. विभाग की ओर से बकायदा इसके लिए एक आदेश भी जारी किया गया है.
उत्तराखंड परिवहन विभाग के वेतन-मानदेय भुगतान के फॉर्मूले के अनुसार, सितंबर 2019 से फरवरी 2020 तक की औसत ड्यूटी के आधार पर तय किया जाएगा. इसके साथ ही प्रोत्साहन राशि, वर्दी और प्रदूषण समेत तमाम अन्य भत्ते कर्मचारियों को नहीं दिए जाएंगे. सभी संवर्गों के काम का आकलन और अन्य तरह से वेतन निर्धारण की बात भी इस आदेश में कही गई है. वहीं, मार्च 2019 के बाद से रोडवेज कर्मियों को तनख्वाह तक नहीं दी गई है.
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बता दें कि जारी किए गए आदेश के अनुसार, मार्च 2020 में वेतन में हुई देरी को अप्रैल 2020 के वेतन के साथ सम्मिलित नहीं किया जाएगा. इसका बिल अलग से तैयार कर प्रेषित किया जाएगा. संविदा विशिष्ट श्रेणी चालक-परिचालक के अप्रैल 2020 में वेतन नोशनल किमी की गणना सितंबर 2019 से फरवरी 2020 तक के प्रतिमाह औसत के आधार पर दिया जाएगा. वहीं, पहले जारी किए गए प्रपत्रों पर प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाएगी. साथ ही जारी किए गए आदेश के तहत कर्मचारियों के भत्ते में कटौती होगी. इसके साथ ही वेतन निर्धारण समिति ने अप्रैल के वेतन-मानदेय भुगतान का फार्मूला भी तय कर दिया है.