मसूरी: अप्रैल माह से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रहा है. जिसको लेकर प्रदेश के व्यापारी और वाहन चालक आने वाले दिनों में आमदनी बढ़ने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों में जीपीएस की अनिवार्यता किए जान से टैक्सी मैक्सी चालक चिंतित है. इसी को लेकर आज उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के सदस्यों ने परिवहन मंत्री चंदन राम दास से मुलाकात की और अपनी मांग रखी.
उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुदंर सिंह पंवार के नेतृत्व में चालकों ने परिवहन मंत्री से मुलाकात की. इस दौरान टैक्सी मैक्सी चालकों ने ट्रांसपोर्ट से संबंधित समस्याओं पर गहनता से चर्चा की. सुंदर सिंह पवार ने बताया उत्तराखंड सरकार द्वारा पुराने वाहनों में जीपीएस को अनिवार्यता की जा रही है. जबकि पूर्व में परिवहन सचिव रणजीत सिंह ने मार्च 2018 से पूर्व की गाड़ियों पर जीपीएस की अनिवार्यता खत्म की गई थी.
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सुदंर सिंह पंवार ने कहा सरकार द्वारा चारधाम यात्रा के लिए छोटी गाड़ियों के ट्रिप कार्ड 10 दिन के लिए बनाये जा रहे हैं. जबकि 9 दिन के बनने चाहिए और यात्रा में हिल फिटनेस बाहरी राज्यों की गाड़ियों की सिर्फ जिस चक्कर में जा रही है, उसी चक्कर के लिए बनाये जाने चाहिए.
उन्होंने कहा चारधाम यात्रा को यात्रियों की संख्या में प्रतिबंध नहीं लगना चाहिए. ऐसा होने पर चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों को भारी नुकसान होगा. इस मौके पर मसूरी यूनियन के वरिष्ठ नेता बीर सिंह राणा, देहरादून दून ट्रैवल यूनियन संयुक्त सचिव दीपक भट्ट, जौलीग्रांट यूनियन सचिव मुकेश गौड़, ऋषिकेश यूनियन सचिव वीजेंद्र कंडारी, डिलक्स यूनियन अध्यक्ष हेमंत डंग सहित अन्य शामिल रहे.