देहरादून: 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार आज 30 नवंबर को उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से रिटायर्ड हो रहे है. रिटायरमेंट से पहले डीजीपी अशोक कुमार प्रेस वार्ता की थी, जिसमें अपने 34 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा मीडिया के सामने रखा था और सफर के बारे में बताया है. वहीं डीजीपी अशोक कुमार के कार्यकाल के बारे में जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा से सवाल किया गया तो उन्होंने कि वैसे तो उनका कार्यकाल बेदाग रहा है, लेकिन रिटायर होने से पहले उन्होंने अपने ऊपर दाग जरूर लगा दिए हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने डीजीपी अशोक कुमार के कार्यकाल को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका कार्यकाल बेदाग रहा है, लेकिन सेवानिवृत होने से पहले उन्होंने अपने ऊपर कई दाग लगा दिए. मसलन हरिद्वार जिले में आतंकवादी का सहयोगी पकड़ा, लेकिन उत्तराखंड पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगी.
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इसके अलावा करण माहरा ने अंकिता भंडारी हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि आजतक इस मामले में पुलिस ने वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया है. पुलिस वीआईपी के नाम का खुलासा करने के बचाए उसका बचाव करती हुई नजर आ रही है. ऐसे मामले का करण माहरा ने जिक्र किया है.
वहीं उन्होंने करन माहरा ने डीजीपी अशोक कुमार के कई अच्छे कामों की सहारना भी की है. गौरतलब है कि आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार ने कोरोना काल में साल 2020 में उत्तराखंड के डीजीपी का कार्यभार संभाला था. उस वक्त उत्तराखंड पुलिस के काम की हर जगह तारीफ हुई है.
बता दें कि डीजीपी अशोक कुमार के रिटायर्ड होने के बाद आईपीएस अभिनव कुमार को उत्तराखंड के कार्यवाहक डीजीपी की जिम्मेदारी दी गई है. अभिनव कुमार 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी है. आईपीएस अभिनव कुमार कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर एक दिसंबर को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे.