देहरादूनः उत्तराखंड क्रांति दल ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने 14 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन पार्टी के युवा प्रकोष्ठ और महिला प्रकोष्ठ ने टिकट वितरण में अनदेखी का आरोप लगाया. नाराज पदाधिकारियों ने कार्यालय में धरना भी दिया. साथ ही केंद्रीय नेताओं पर युवाओं और महिलाओं की अनदेखी किए जाने की बात कही.
दरअसल, आज उत्तराखंड क्रांति दल यानी यूकेडी (UKD) के केंद्रीय कार्यालय देहरादून में केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने 14 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की, लेकिन युवा प्रकोष्ठ और महिला प्रकोष्ठ के पदाधिकारी टिकट वितरण में अनदेखी से नाराज हो गए. पदाधिकारियों ने केंद्रीय कार्यालय का कुछ देर के लिए गेट तक बंद कर दिया.
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यूकेडी युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व लगातार युवाओं की अनदेखी कर रहा है और टिकट ऐसे लोगों को दिया जा रहा है, जिनका कोई जनाधार नहीं है. जबकि, कई सालों से दल में समर्पित भाव से सेवाएं दे रहे युवाओं और महिलाओं के भावनाओं की अनदेखी की जा रही है. टिकट वितरण में एक तरफा फैसला ले रहे हैं, जिसको युवा प्रकोष्ठ बर्दाश्त नहीं करने वाला है.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही समय का वक्त बचा हुआ है, लेकिन आज युवा और महिला प्रकोष्ठ की ओर से जो नाम दिए गए थे, उन्हें पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. उन्होंने इसे अंदर खाने से किसी की मिलीभगत बताया है. राजेंद्र बिष्ट का कहना है कि पार्टी में किसी की एकाधिकार (Monopoly) नहीं चलने दी जाएगी. कोई एक व्यक्ति इस पार्टी को नहीं चला सकता है, क्योंकि, इस पार्टी में सब का समान अधिकार है.
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क्या बोले काशी सिंह ऐरीः वहीं, पदाधिकारियों की नाराजगी पर यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि जाहिर है कि जहां एक से अधिक दावेदार होंगे, वो अपना दावा पेश करने के लिए अपनी बात रखेंगे और यह लोकतांत्रिक पार्टी की पहचान है. उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं की नाराजगी को जल्द दूर किया जाएगा.