देहरादून: प्रदेश में नेशनल हाईवे को दुरुस्त करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने धनराशि स्वीकृति कर दी है. जिससे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य के बरेली और पीलीभीत जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग-74 की हालत सुधरने वाली है. हाईवे दुरुस्त होने से लोगों का सफर सुविधाजनक होने वाला है.
मार्गों की जल्द सुधरेगी दशा: गौर हो कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य के बरेली और पीलीभीत जिलों में राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (नया एनएच-30) पर बरेली-पीलीभीत (बरेली-सितारगंज) के सुधार एवं पुनर्निर्माण कार्य को एचएएम मोड के तहत 1391.64 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है. जबकि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग-74 (नया एनएच-30) पर पीलीभीत-सितारगंज (सितारगंज बाईपास) के सुधार और पुनर्निर्माण व बरेली-सितारगंज हाईवे के पुनर्निर्माण कार्य को HAM मोड के तहत 1,464.19 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है.
-
...उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में बरेली-सितारगंज पैकेज-2 के सुधार और उन्नयन कार्य को HAM मोड के तहत 1,464.19 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। #PragatiKaHighway #GatiShakti
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">...उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में बरेली-सितारगंज पैकेज-2 के सुधार और उन्नयन कार्य को HAM मोड के तहत 1,464.19 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। #PragatiKaHighway #GatiShakti
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 8, 2023...उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में बरेली-सितारगंज पैकेज-2 के सुधार और उन्नयन कार्य को HAM मोड के तहत 1,464.19 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। #PragatiKaHighway #GatiShakti
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 8, 2023
मार्गों पर काफी ट्रैफिक दबाव: बरेली-सितारगंज हाईवे के निर्माण की प्रक्रिया अब तेजी से आगे बढ़ेगी, जिसके लिए धनराशि स्वीकृति हो गई है. बरेली-सितारगंज मार्ग अभी यह टूलेन है. इसे हाईवे में तब्दील करने की मांग लंबे समय से चल रही थी. क्योंकि इस मार्ग पर ट्रैफिक काफी ज्यादा रहता है. मार्ग पर वाहनों के दबाव को देखते हुए हाईवे की मांग की जा रही थी.
बता दें कि उत्तराखंड में हाईवे और सड़कों को दुरुस्त करने का काम सरकार लगातार कर रही है. जिसमें कार्य युद्ध स्तर से किया जा रहा है. वहीं प्रदेश में ऑलवेदर रोड के तहत 889 किलोमीटर लंबी सड़क को डबल लेन किया जा रहा है. ऑलवेदर रोड निर्माण का खर्च लगभग 12 हजार करोड़ रुपए का बताया जा रहा है. साथ ही सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने 53 हिस्सों में इस काम को बांटा है. ऑलवेदर रोड का कार्य से सड़कों को चौड़ा भी किया जा रहा है. अभी तक लगभग 90% काम इस परियोजना में हो चुका है.