देहरादून: कांग्रेस पार्टी के बाद अब क्षेत्रीय दल यूकेडी ने परिसंपत्ति विवाद समझौते को लेकर सरकार पर हमला किया है. उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ हुए परिसंपत्तियों के बंटवारे को ढोंग करार दिया है.
यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष ऐरी का कहना है कि उत्तराखंड सरकार के मुखिया परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर ढोंग कर रहे हैं और इनकी मंशा साफ नहीं है. उन्होंने कहा कि जब राज्य का चुनाव आ रहा है तब जनता को बरगलाने का काम परिसंपत्तियों को लेकर भाजपा कर रही है. काशी सिंह ऐरी का कहना है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ परिसंपत्तियों का हल निकालने के लिए कमेटी बनाकर संयुक्त सर्वे करना आदि यह दर्शाता है कि भाजपा उत्तराखंड की जनता के साथ धोखा कर रही है.
वहीं, कृषि कानून वापस लिए जाने पर काशी सिंह ऐरी ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी किसानों की जीत है. किसानों के लंबे संघर्ष और आंदोलन के दौरान हुई साधनों के कारण केंद्र सरकार कृषि कानून वापस लेने को मजबूर हुई है.
पढ़ें- वसीम रिजवी के समर्थन में आए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद, कहा- पुस्तक में सब सच लिखा है
यूकेडी विधानसभा के शीतकालीन सत्र दौरान रखेगी उपवास
उत्तराखंड क्रांति दल ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले और दूसरे दिन जिलों के सभी मुख्यालय में राज्य के मुद्दों को लेकर उपवास रखने का फैसला लिया है. साथ ही 2022 की चुनावी तैयारियों में जुटी यूकेडी सदस्यता अभियान को तेजी से चलाने का निर्णय भी लिया है. इसी क्रम में आज उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यालय में केंद्रीय अध्यक्ष ने जनपदों के जिला अध्यक्षों को सदस्यता बुक भी सौंपी, जो हर बूथ तक पहुंचेंगे. इसके अलावा जनपदों के प्रभारी 5 दिसंबर तक प्रत्याशियों की विधानसभा वार सूची का पैनल बनाकर दल के संसदीय बोर्ड को भी भेजेंगे, जिसे दल तुरंत प्रत्याशी की सूची जारी की जाएगी.