देहरादून: ऐ वतन, ऐ वतन, हमको तेरी क़सम, तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे...ये कहते-कहते हरिद्वार के हवलदार सोनित कुमार सैनी ने सेना के दो वाहनों की टक्कर होने से बचा ली. लेकिन इस दौरान उनकी खुद की जान चली गई और वो शहीद हो गए. सोनित को 8 फरवरी को वीरता सेना पदक दिया जाएगा. उधम सिंह नगर के हवलदार भूपेंद्र सिंह को आतंकवादियों के दांत खट्टे करने के लिए सेना पदक मिलेगा.
जबलपुर में होगा सम्मान समारोह: मध्य प्रदेश के शहर जबलपुर में आठ फरवरी को होने वाले मध्य कमान अलंकरण समारोह 2023 में उत्तराखंड के दो जवानों को सम्मानित किया जायेगा. एक रक्षा प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि हरिद्वार के हवलदार सोनित कुमार सैनी को मरणोपरांत वीरता सेना पदक दिया जाएगा. उधम सिंह नगर के हवलदार भूपेंद्र चंद को सेना पदक दिया जाएगा.
सेना के सेंट्रल कमांड के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी उत्तराखंड के दो पुरस्कार विजेताओं सहित 12 वीरता पुरस्कार, 22 विशिष्ट सेवा पुरस्कार और 16 जीओसी-इन-सी यूनिट प्रशंसा के साथ 4 सूर्य कमांड ट्राफियां प्रदान करेंगे.
सोनित कुमार सैनी ने दिखाई ये बहादुरी: हवलदार सोनित कुमार सैनी ने अपनी जान जोखिम में डालकर दो वाहनों की आमने-सामने की टक्कर टाल दी थी. इस तरह पूर्वी सेक्टर में सात सैन्य कर्मियों की जान बचा ली थी. हालाकि इस क्रम में उनका वाहन खाई में गिर गया. हादसे में लगी चोट से उसकी मौत हो गई थी. ये भी पढ़ें:
हवलदार भूपेंद्र चंद को इसलिए मिलेगा वीरता सेना पदक: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के हवलदार भूपेंद्र चंद को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में उनके बहादुरी भरे कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है.
(स्रोत-भाषा)