देहरादून: विजिलेंस की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) देहरादून में सन्नाटा पसरा हुआ था. जिस वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. विजिलेंस की कार्रवाई के बाद सबसे बड़ी बात यह रही कि शुक्रवार को आरटीओ में कोई दलाल नजर नहीं आया. दोनों दलालों और विभागीय कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद कई अधिकारियों को अपने ऊपर भी कार्रवाई का डर सता रहा है.
शुक्रवार को आरटीओ में अलग ही नजारा देखने को मिला. सभी कर्मचारी अपने-अपने काउंटर पर काम करते हुए नजर आए. वहीं, दूसरे तरफ गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन, फिटनेस और ट्रांसफर के काउंटर भी खाली दिखे. जिस वजह से आम लोगों को काफी परेशानी हुई.
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लोगों की परेशानियों को लेकर जब आरटीओ दिनेश पठोई से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि एआरटीओ और आरआई अधिकारी कार्यालय में मौजूद है. लेकिन एकाएक किन्हीं कारणों की वजह से कुछ कर्मचारी छुट्टी पर है. हालांकि, स्टाफ अपने स्तर पर लोगों को कामों निपटा रहा हैं.
बात दें कि गुरुवार को विजिलेंस की टीम ने आरटीओ देहरादून पर छापा मारा था तो टीम ने आरटीओ सहायक कर्मचारी यशवीर सिंह बिष्ट की जगह दो दलाल काम कर रहे थे. जिन्हें टीम ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा था. इस मामले में टीम ने यशवीर सिंह बिष्ट को भी गिरफ्तार किया है. विजिलेंस की टीम अभी आरोपियों के पूछताछ कर रही है. जिसके बाद उम्मीद की परिवहन विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है. लिहाजा कार्रवाई के डर से आरटीओ में सन्नाटा पसरा हुआ है.