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गढ़वाल की तरह कुमाऊं में भी उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, पीएम मोदी और धामी का ये है प्लान

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region उत्तराखंड के चारधाम में भीड़ को संभालना सरकार के लिए हमेशा से ही चुनौती रही है. जो भी पर्यटक या श्रद्धालु आता है, वो चारधाम या गढ़वाल में मौजूद तमाम पर्यटक स्थलों और मंदिरों की ओर रुख करता है. लेकिन अब यह फुटफॉल कुमाऊं की तरफ बढ़े, इसके लिए सरकार ने खास प्लान बनाया है. जिसे पीएम मोदी के दौरे के बाद ज्यादा बल मिल गया है. जानिए किस योजना और प्रयासों से कुमाऊं में बढ़ेगी भीड़...Manaskhand Mandir Mala Mission

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
पीएम मोदी पिथौरागढ़ दौरा
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 19, 2023, 12:57 PM IST

Updated : Oct 19, 2023, 1:13 PM IST

देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने कुमाऊं को संवारने और सजाने की कवायद तेज कर दी है. अभी तक सरकार गढ़वाल मंडल में चारधाम समेत तमाम मंदिर होने की वजह से आध्यात्मिक यात्रा और पर्यटन पर ज्यादा फोकस करती थी. अब सरकार कुमाऊं पर भी ध्यान देने लगी है. लिहाजा, कुमाऊं को संवारने और आध्यात्मिक रूप से और ज्यादा समृद्ध बनाने के लिए बाकायदा रोड मैप तैयार किया गया है. इसके लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों को जोड़ा जा रहा है. उन्हें धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है.

  • If someone were to ask me- if there is one place you must visit in Uttarakhand which place would it be, I would say you must visit Parvati Kund and Jageshwar Temples in the Kumaon region of the state. The natural beauty and divinity will leave you spellbound.

    Of course,… pic.twitter.com/9FoOsiPtDQ

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मानसखंड से बदलेगा कुमाऊंः हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिथौरागढ़ दौरे पर आए थे. वहां उन्होंने धारचूला के ज्योलिकांग पहुंचकर आदि कैलाश के दर्शन किए थे. साथ ही भारत चीन सीमा पर बसे गुंजी गांव भी गए. उनके दौरे के बाद देश और दुनिया में कुमाऊं हाईलाइट हो गया है. राज्य सरकार ने पीएम मोदी के सामने कुमाऊं में आध्यात्मिक पर्यटन के साथ तमाम योजनाओं की जानकारियों से रूबरू करवाया. ताकि, गढ़वाल की तर्ज पर कुमाऊं का विकास हो और पर्यटक यहां आ सकें.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
आदि कैलाश के दर्शन करते पीएम मोदी

पीएमओ ने भी इसको लेकर पहले राज्य सरकार से पत्राचार किया था. जब प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम योजनाओं का शिलान्यास किया तो उसमें मानसखंड माला मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों का कायाकल्प भी शामिल था. इसके लिए बकायदा 30 करोड़ रुपए जारी भी किए गए हैं. राज्य सरकार सबसे पहले कुमाऊं के तीन मंदिरों को और ज्यादा विकसित करने जा रही है. इनमें जागेश्वर धाम, हाट कालिका और नैना देवी मंदिर शामिल हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
आदि कैलाश के दिव्य दर्शन

इन मंदिरों के लिए जो बजट जारी किया गया है, उससे मंदिरों के आसपास कई तरह के काम किए जाएंगे. साथ ही साथ मंदिरों को भी भव्य रूप दिया जाएगा. इसके अलावा यात्रियों को रोकने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था कैसे हो सकती है? इसको लेकर भी जल्द ही काम धरातल पर उतरने शुरू हो जाएंगे.
ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी ने आदि कैलाश में लगाया ध्यान, शंख और डमरू बजाकर की शिव भक्ति

इन मंदिरों को बदला हुआ देखेंगे भक्तः मानसखंड मंदिर माला मिशन में जिन मंदिरों को शामिल किया गया है, उनमें कुमाऊं के 16 मंदिर शामिल हैं. इनमें जागेश्वर धाम, गोल्ज्यू मंदिर, सूर्य मंदिर, कसार देवी मंदिर, नंदा देवी मंदिर, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, बागनाथ महादेव मंदिर, बैजनाथ मंदिर, नैना देवी मंदिर, कैंची धाम, चैती बाला सुंदरी मंदिर, रुद्रेश्वर गुफा, पूर्णागिरि मंदिर, देवीधुरा मंदिर, बालेश्वर मंदिर शामिल हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
सीमांत गांव के लोगों से मिलते पीएम मोदी

गढ़वाल की तरह ही कुमाऊं में भी पर्यटक नैनीताल, कौसानी, अल्मोड़ा, मुनस्यारी घूमने आते हैं. ऐसे में इन जगहों को भी कैसे धार्मिक स्थलों से जोड़ा जाए, इसको लेकर भी एक बड़ी प्लानिंग के तहत सरकार काम कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को यह जिम्मा सौंपा है कि जो लोग केदारनाथ या बदरीनाथ आ रहे हैं, उन्हें किस तरह से कुमाऊं में दाखिल करवाकर इन तमाम धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाएं. इसको लेकर राज्य सरकार तेजी से काम करें.

Advaita Ashram Mayawati
अद्वैत आश्रम मायावती

क्या कहते हैं मंत्री? उत्तराखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं के तमाम मंदिरों और पर्यटक स्थलों को एक साथ जोड़ने की कोशिश की जा रही है. इसको लेकर बाकायदा उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है, जो लगातार कुमाऊं के अधिकारियों से समन्वय बनाकर किस तरह से मंदिरों का कायाकल्प होगा और क्या-क्या सुविधा आसपास जुटाई जाएं? इस पर काम कर रहे हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
ज्योलिकांग में पीएम मोदी

सतपाल महाराज ने कहा कि संबंधित कंसल्टेंट को ये भी निर्देश दिए हैं कि वो सरकार को बताएं कि किस तरह से बेहतर तरीके से मंदिरों को गढ़वाल से जोड़ा जा सकता है? उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ ही समय में कुमाऊं के मंदिरों की भव्यता देखने को मिलेगी. साथ ही उनका स्वरूप भी बदला नजर आएगा. लिहाजा, इसके लिए कुमाऊं को आध्यात्मिक रूप से और मजबूत करने पर काम किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः पिथौरागढ़ में पीएम मोदी का रोड शो, महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में किया स्वागत, देखें वीडियो

कुमाऊं में बढ़ेगी पर्यटकों और भक्तों की भीड़ः इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिथौरागढ़ दौरे के बाद आदि कैलाश, अद्वैत आश्रम मायावती समेत दूसरे धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़नी तय है. कुमाऊं के जिन स्थलों को लोग अब तक ठीक से जानते नहीं थे, अब वहां पर पर्यटक पहुंचने लगे हैं. आने वाले समय में उम्मीद यही जताई जा रही है कि आदि कैलाश और कैलाश मानसरोवर के दर्शन जैसे ही शुरू हो जाएंगे, वैसे ही पर्यटकों की आमद गढ़वाल की तरह ही कुमाऊं में भी होने लगेगी.

देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने कुमाऊं को संवारने और सजाने की कवायद तेज कर दी है. अभी तक सरकार गढ़वाल मंडल में चारधाम समेत तमाम मंदिर होने की वजह से आध्यात्मिक यात्रा और पर्यटन पर ज्यादा फोकस करती थी. अब सरकार कुमाऊं पर भी ध्यान देने लगी है. लिहाजा, कुमाऊं को संवारने और आध्यात्मिक रूप से और ज्यादा समृद्ध बनाने के लिए बाकायदा रोड मैप तैयार किया गया है. इसके लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों को जोड़ा जा रहा है. उन्हें धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है.

  • If someone were to ask me- if there is one place you must visit in Uttarakhand which place would it be, I would say you must visit Parvati Kund and Jageshwar Temples in the Kumaon region of the state. The natural beauty and divinity will leave you spellbound.

    Of course,… pic.twitter.com/9FoOsiPtDQ

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मानसखंड से बदलेगा कुमाऊंः हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिथौरागढ़ दौरे पर आए थे. वहां उन्होंने धारचूला के ज्योलिकांग पहुंचकर आदि कैलाश के दर्शन किए थे. साथ ही भारत चीन सीमा पर बसे गुंजी गांव भी गए. उनके दौरे के बाद देश और दुनिया में कुमाऊं हाईलाइट हो गया है. राज्य सरकार ने पीएम मोदी के सामने कुमाऊं में आध्यात्मिक पर्यटन के साथ तमाम योजनाओं की जानकारियों से रूबरू करवाया. ताकि, गढ़वाल की तर्ज पर कुमाऊं का विकास हो और पर्यटक यहां आ सकें.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
आदि कैलाश के दर्शन करते पीएम मोदी

पीएमओ ने भी इसको लेकर पहले राज्य सरकार से पत्राचार किया था. जब प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम योजनाओं का शिलान्यास किया तो उसमें मानसखंड माला मिशन के तहत कुमाऊं के 16 मंदिरों का कायाकल्प भी शामिल था. इसके लिए बकायदा 30 करोड़ रुपए जारी भी किए गए हैं. राज्य सरकार सबसे पहले कुमाऊं के तीन मंदिरों को और ज्यादा विकसित करने जा रही है. इनमें जागेश्वर धाम, हाट कालिका और नैना देवी मंदिर शामिल हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
आदि कैलाश के दिव्य दर्शन

इन मंदिरों के लिए जो बजट जारी किया गया है, उससे मंदिरों के आसपास कई तरह के काम किए जाएंगे. साथ ही साथ मंदिरों को भी भव्य रूप दिया जाएगा. इसके अलावा यात्रियों को रोकने से लेकर खाने-पीने की व्यवस्था कैसे हो सकती है? इसको लेकर भी जल्द ही काम धरातल पर उतरने शुरू हो जाएंगे.
ये भी पढ़ेंः पीएम मोदी ने आदि कैलाश में लगाया ध्यान, शंख और डमरू बजाकर की शिव भक्ति

इन मंदिरों को बदला हुआ देखेंगे भक्तः मानसखंड मंदिर माला मिशन में जिन मंदिरों को शामिल किया गया है, उनमें कुमाऊं के 16 मंदिर शामिल हैं. इनमें जागेश्वर धाम, गोल्ज्यू मंदिर, सूर्य मंदिर, कसार देवी मंदिर, नंदा देवी मंदिर, पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, बागनाथ महादेव मंदिर, बैजनाथ मंदिर, नैना देवी मंदिर, कैंची धाम, चैती बाला सुंदरी मंदिर, रुद्रेश्वर गुफा, पूर्णागिरि मंदिर, देवीधुरा मंदिर, बालेश्वर मंदिर शामिल हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
सीमांत गांव के लोगों से मिलते पीएम मोदी

गढ़वाल की तरह ही कुमाऊं में भी पर्यटक नैनीताल, कौसानी, अल्मोड़ा, मुनस्यारी घूमने आते हैं. ऐसे में इन जगहों को भी कैसे धार्मिक स्थलों से जोड़ा जाए, इसको लेकर भी एक बड़ी प्लानिंग के तहत सरकार काम कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार को यह जिम्मा सौंपा है कि जो लोग केदारनाथ या बदरीनाथ आ रहे हैं, उन्हें किस तरह से कुमाऊं में दाखिल करवाकर इन तमाम धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाएं. इसको लेकर राज्य सरकार तेजी से काम करें.

Advaita Ashram Mayawati
अद्वैत आश्रम मायावती

क्या कहते हैं मंत्री? उत्तराखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत कुमाऊं के तमाम मंदिरों और पर्यटक स्थलों को एक साथ जोड़ने की कोशिश की जा रही है. इसको लेकर बाकायदा उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है, जो लगातार कुमाऊं के अधिकारियों से समन्वय बनाकर किस तरह से मंदिरों का कायाकल्प होगा और क्या-क्या सुविधा आसपास जुटाई जाएं? इस पर काम कर रहे हैं.

Rejuvenation of Temples in Kumaon Region
ज्योलिकांग में पीएम मोदी

सतपाल महाराज ने कहा कि संबंधित कंसल्टेंट को ये भी निर्देश दिए हैं कि वो सरकार को बताएं कि किस तरह से बेहतर तरीके से मंदिरों को गढ़वाल से जोड़ा जा सकता है? उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ ही समय में कुमाऊं के मंदिरों की भव्यता देखने को मिलेगी. साथ ही उनका स्वरूप भी बदला नजर आएगा. लिहाजा, इसके लिए कुमाऊं को आध्यात्मिक रूप से और मजबूत करने पर काम किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः पिथौरागढ़ में पीएम मोदी का रोड शो, महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में किया स्वागत, देखें वीडियो

कुमाऊं में बढ़ेगी पर्यटकों और भक्तों की भीड़ः इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिथौरागढ़ दौरे के बाद आदि कैलाश, अद्वैत आश्रम मायावती समेत दूसरे धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़नी तय है. कुमाऊं के जिन स्थलों को लोग अब तक ठीक से जानते नहीं थे, अब वहां पर पर्यटक पहुंचने लगे हैं. आने वाले समय में उम्मीद यही जताई जा रही है कि आदि कैलाश और कैलाश मानसरोवर के दर्शन जैसे ही शुरू हो जाएंगे, वैसे ही पर्यटकों की आमद गढ़वाल की तरह ही कुमाऊं में भी होने लगेगी.

Last Updated : Oct 19, 2023, 1:13 PM IST
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