देहरादून: चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) के लिए टूर ऑपरेटर एक ही मोबाइल से कई तीर्थयात्रियों का पंजीकरण करा रहे हैं. यात्रियों का गलत ढंग से ऑनलाइन पंजीकरण करने का शासन ने संज्ञान लिया है. पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर (Tourism Secretary Dilip Jawalkar) ने इस संबंध में उत्तराखंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन को पत्र भेजा है, जिसमें टूर ऑपरेटरों को निर्देश दिए कि पंजीकरण में प्रत्येक यात्री की व्यक्तिगत जानकारी देनी होगी.
प्रदेश सरकार ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य किया हुआ है. इसके लिए यात्रियों को ऑनलाइन या केंद्र में आकर पंजीकरण कराने की सुविधा दी गई है. जो यात्री ऑनलाइन पंजीकरण (Chardham Online Registration) नहीं कर सकते हैं, उनके लिए हरिद्वार, ऋषिकेश समेत यात्रा मार्गों पर 18 स्थानों पर पंजीकरण की सुविधा है.
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पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए प्रत्येक यात्री का पंजीकरण अनिवार्य है. यात्रा पर आ रहे यात्रियों के पंजीकरण फार्म में व्यक्तिगत जानकारी होनी चाहिए, जिससे यात्रा के समय किसी यात्री को कोई दिक्कत होने पर तत्काल संपर्क किया जा सके. संज्ञान में आया है कि टूर ऑपरेटर एक ही मोबाइल नंबर से कई तीर्थयात्रियों का ऑनलाइन पंजीकरण कर रहे हैं, जो गलत है.
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उन्होंने कहा कि पंजीकरण के दौरान श्रद्धालुओं का एक क्यूआर कोड जनरेट होता है जिसके आधार पर वे अपनी यात्रा को बिना विवाद के आगे बढ़ा सकते हैं. बशर्ते कि उसमें सभी जानकारियां सही हों. चारधाम यात्रा शुरू होने से अब तक बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 21.93 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं. इनमें बदरीनाथ व केदारनाथ धाम में 15.6 लाख, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में 6.87 लाख तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए.