हरिद्वार: टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम की सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद आतिशबाजी करने वाले युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सहित तीन लोगों के खिलाफ सिडकुल थाने में शांति भंग और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल, बुधवार (4 अगस्त) को टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम का अर्जेंटीना के साथ मुकाबला चल रहा था. मुकाबले में अर्जेंटीना ने भारतीय हॉकी टीम को 2-1 से हरा दिया. हरिद्वार निवासी हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया के परिजनों का आरोप है कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक शख्स विक्की पाल ने टीम के हारने पर आतिशबाजी की.
इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी विक्की पाल को हिरासत में लिया. वंदना कटारिया के भाई की तहरीर पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने पूछताछ के बाद विक्की और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया.
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एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि वंदना कटारिया के भाई की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक युवक विक्की पाल को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है. विक्की पर आरोप था कि उसने जातिसूचक शब्दों का भी उपयोग किया, जिसके बाद धारा 504 और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.