देहरादून: यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम अपने बेड़े में 300 बसें शामिल करने जा रहा है. जिसमें से 125 बसें पिछले महीने खरीदी जा चुकी हैं. जिनका संचालक पर्वतीय मार्गों पर किया जा रहा है. लेकिन इन नई बसों पर अभी से कई सवाल खड़े होने लगे हैं. ये सवाल किसी और ने नहीं बल्कि खुद उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के पूर्व शाखा अध्यक्ष कलम सिंह ने उठाए हैं.
तोमर ने कहा कि निगम ने जो 125 नई बसें खरीदी है उन में समान रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं दी गई है. इसके साथ ही इसका गेयर रिलीवर भी बहुत लंबा दिया गया है. जिसकी वजह से बस चालक को भी दिक्कतें पेश आ रही हैं. इन खामियों को दूर किया जाना चाहिए, जिससे कि यात्रियों की यात्रा सुखद हो और किसी तरह की दुर्घटना होने से बचा जा सके.
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बता दें कि हाल ही में टाटा कंपनी से खरीदी गई इन 125 बसों में से 2 बसों का गेयर लिवर भी टूट चुका है. जिसके बाद से ही इन बसों की खरीद को लेकर निगम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
जब इस बारे में निगम के महानिदेशक दीपक जैन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टाटा कंपनी से खरीदी गई बसों में हाल ही में कुछ तकनीकी खामियों सामने आई हैं. जिसको लेकर कंपनी से संपर्क किया जा रहा है. क्योंकि यह बसें 3 साल की गारंटी पीरियड पर हैं. ऐसे में यदि भविष्य में इस तरीके की कोई भी दिक्कत आती है तो कंपनी द्वारा इन खामियों को दूर किया जाएगा. वहीं जरूरत पड़ने पर बस भी बदली जाएगी.