मसूरी: इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधन की ओर से कुछ टीचर्स और स्टाफ को 2 महीने की अग्रिम तनख्वाह देकर हटाने का नोटिस भेजा गया है. जिसे लेकर स्कूल के टीचर और स्टाफ में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है. वहीं, स्कूल के स्टाफ और टीचर्स ने जिला अधिकारी देहरादून को ई-मेल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई है.
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के स्टाफ ने जिलाधिकारी से पूरे मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है. उनका कहना है कि लाॅकडाउन के दौरान वह अपने घरों से ही बच्चों को पढ़ाने के साथ ऑफिस का काम संभाल रहे थे, ऐसे में स्कूल प्रबंधन द्वारा एका-एक उनसे रेजिगनेशन मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में वह कहां जाएंगे, यह उनको समझ में नहीं आ रहा है. उनके घर का पालन पोषण कैसे होगा?
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही एडवाइजरी जारी की गई है कि लाॅकडाउन के दौरान कोई भी संस्थान अपने कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालेगा. परंतु मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधन ने अड़ियल रवैया अपनाकर सभी नियमों को ताक पर रखकर स्कूल से छंटनी शुरू कर दी है, जो गलत है.
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वहीं, मामले में एसडीएम वरुण चौधरी ने कहा कि मसूरी इंटरनेशनल स्कूल से निकाले गए स्टाफ को लेकर जांच की जायेगी. वह जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद कार्रवाई अमल में लाई जायेगी.
इस मामले में मसूरी इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य मीता शर्मा से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया. स्कूल के वाइस प्रिंसिपल गिरीश चंद उनियाल से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया.