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डेब्यू टेस्ट मैच में दून की बेटी ने रचा इतिहास, स्नेह राणा ने निश्चित हार को ड्रॉ में बदला

ब्रिस्टल के काउंटी ग्राउंड में खेले टेस्ट मैच में भारत की ओर से देहरादून की स्नेह राणा ने डेब्यू किया. स्नेह राणा ने अपने पहले ही टेस्ट मैच में गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया और निश्चित हार को ड्रॉ में बदला.

Cricketer Sneh Rana
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Published : Jun 20, 2021, 8:42 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्टल में खेले गए पहले टेस्ट मैच में फॉलोऑन के बाद निश्चित हार को ड्रॉ में बदल दिया. स्नेह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से असंभव को संभव कर दिखाया. स्नेह ने मैच के आखिरी दिन नाजुक समय में 80 रनों की नाबाद पारी खेली.

टीम लड़खड़ा रही थी तब स्नेह क्रीज पर उतरी

इंग्लैंड के ब्रिस्टल में जब लग रहा था कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहला टेस्ट मैच हार जाएगी, ऐसे समय में स्नेह राणा ने अपनी चमत्कारिक बल्लेबाजी से मैच ड्रॉ करा दिया. स्नेह राणा जब बल्लेबाजी करने आईं तब फॉलोऑन खेलते हुए भारत की पारी बुरी तरह लड़खड़ा रही थी. टीम का छठवां विकेट 189 रनों के स्कोर पर खो दिया था.

Cricketer Sneh Rana
चोट के कारण पांच साल बाहर रही स्नेह.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को दिल्ली में पीएम के साथ बैठक के लिए किया गया आमंत्रित

निश्चित हार को ड्रॉ में बदला

स्नेह राणा ने यहां से टीम के लिए मैच बचाने का अभियान शुरू किया. पहले उन्होंने शिखा पांडे के साथ 8वें विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की और पारी की हार को टाला. फिर विकेट कीपर तान्या भाटिया के साथ मिलकर इंग्लैंड के जबड़े से जीत को बहुत दूर ले गईं. स्नेह राणा और तान्या भाटिया ने 9वें विकेट के लिए नाबाद शतकीय निभाई. आखिर में अंग्रेज महिला टीम को हताश होकर ड्रॉ कुबूल करना पड़ा.

Cricketer Sneh Rana
स्नेह ने लड़खड़ाती टीम को संभाला.

डेब्यू टेस्ट मैच में ड्रीम स्टार्ट

स्नेह राणा का ये पहला टेस्ट मैच था. उन्हें इंग्लैंड की पहली पारी के चार विकेट भी चटकाए थे, फिर जब बल्लेबाजी का नंबर आया तो टीम को गहरे संकट से बाहर निकाल कर स्नेह ने बताया कि उनमें इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए पर्याप्त प्रतिभा है.

पढ़ें- कांग्रेस पर मदन कौशिक का तंज, कहा- वैक्सीन न लगाने वाले कांग्रेसियों के लिए रखें उपवास

पांच साल चोट के कारण रही बाहर

इंटरनेशनल क्रिकेट में स्नेह राणा ने 2014 में डेब्यू किया था, सिर्फ 7 वनडे और 5 टी20 खेलने के बाद ही इस होनहार ऑलराउंडर को चोट लग गई. इससे वो पूरे 5 साल इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहीं. अब जब उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका मिला तो उन्होंने पहले मैच में ही अपनी धाक जमा ली.

स्नेह के कोच नरेंद्र लाल शाह हैं खुश

स्नेह राणा उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं. उनके कोच नरेंद्र लाल शाह उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हैं. ईटीवी भारत से शाह ने कहा कि वो स्नेह के प्रदर्शन से बहुत खुश हैं. स्नेह में भरपूर प्रतिभा है और अब वो इंटरनेशनल लेवल पर अपना टेलेंट दिखाने को तैयार हैं. नरेंद्र लाल शाह ने कहा कि ब्रिस्टल में तो ये अभी झांकी है. आगे स्नेह से और भी शानदार प्रदर्शन देखने को मिलेंगे.

देहरादून: उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्टल में खेले गए पहले टेस्ट मैच में फॉलोऑन के बाद निश्चित हार को ड्रॉ में बदल दिया. स्नेह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से असंभव को संभव कर दिखाया. स्नेह ने मैच के आखिरी दिन नाजुक समय में 80 रनों की नाबाद पारी खेली.

टीम लड़खड़ा रही थी तब स्नेह क्रीज पर उतरी

इंग्लैंड के ब्रिस्टल में जब लग रहा था कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहला टेस्ट मैच हार जाएगी, ऐसे समय में स्नेह राणा ने अपनी चमत्कारिक बल्लेबाजी से मैच ड्रॉ करा दिया. स्नेह राणा जब बल्लेबाजी करने आईं तब फॉलोऑन खेलते हुए भारत की पारी बुरी तरह लड़खड़ा रही थी. टीम का छठवां विकेट 189 रनों के स्कोर पर खो दिया था.

Cricketer Sneh Rana
चोट के कारण पांच साल बाहर रही स्नेह.

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निश्चित हार को ड्रॉ में बदला

स्नेह राणा ने यहां से टीम के लिए मैच बचाने का अभियान शुरू किया. पहले उन्होंने शिखा पांडे के साथ 8वें विकेट के लिए 41 रन की साझेदारी की और पारी की हार को टाला. फिर विकेट कीपर तान्या भाटिया के साथ मिलकर इंग्लैंड के जबड़े से जीत को बहुत दूर ले गईं. स्नेह राणा और तान्या भाटिया ने 9वें विकेट के लिए नाबाद शतकीय निभाई. आखिर में अंग्रेज महिला टीम को हताश होकर ड्रॉ कुबूल करना पड़ा.

Cricketer Sneh Rana
स्नेह ने लड़खड़ाती टीम को संभाला.

डेब्यू टेस्ट मैच में ड्रीम स्टार्ट

स्नेह राणा का ये पहला टेस्ट मैच था. उन्हें इंग्लैंड की पहली पारी के चार विकेट भी चटकाए थे, फिर जब बल्लेबाजी का नंबर आया तो टीम को गहरे संकट से बाहर निकाल कर स्नेह ने बताया कि उनमें इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए पर्याप्त प्रतिभा है.

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पांच साल चोट के कारण रही बाहर

इंटरनेशनल क्रिकेट में स्नेह राणा ने 2014 में डेब्यू किया था, सिर्फ 7 वनडे और 5 टी20 खेलने के बाद ही इस होनहार ऑलराउंडर को चोट लग गई. इससे वो पूरे 5 साल इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर रहीं. अब जब उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका मिला तो उन्होंने पहले मैच में ही अपनी धाक जमा ली.

स्नेह के कोच नरेंद्र लाल शाह हैं खुश

स्नेह राणा उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली हैं. उनके कोच नरेंद्र लाल शाह उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हैं. ईटीवी भारत से शाह ने कहा कि वो स्नेह के प्रदर्शन से बहुत खुश हैं. स्नेह में भरपूर प्रतिभा है और अब वो इंटरनेशनल लेवल पर अपना टेलेंट दिखाने को तैयार हैं. नरेंद्र लाल शाह ने कहा कि ब्रिस्टल में तो ये अभी झांकी है. आगे स्नेह से और भी शानदार प्रदर्शन देखने को मिलेंगे.

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